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MP Election 2023: कांग्रेस की कृषक न्याय योजना बरसायेगी वोट, सत्ता का ताला खोलने की बनेगी चाबी, पढ़िए इसकी वजह - कांग्रेस की कृषक न्याय योजना

मध्य प्रदेश में ये साल विधानसभा चुनाव का है. ऐसे में लुभाने वाली सियासत शुरू हो चुकी है. भाजपा-कांग्रेस समाज के हर वर्ग के लिए कोई न कोई लुभावने वायदे करने से पीछे नहीं हट रही. बात कांग्रेस की अगर करें, तो कांग्रेस फिर से किसानों पर दांव लगा रही है. कांग्रेस ने किसानों के लिए 'कृषक न्याय योजना' का वायदा किया है. (MP Chunav 2023) (MP Election 2023)

MP Election 2023
पढ़िए कांग्रेस के पांच वायदे
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Published : Jul 29, 2023, 5:13 PM IST

Updated : Jul 29, 2023, 5:21 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर अब 100 से भी कम दिन का समय बचा है. यही वजह है कि चाहे भाजपा हो या फिर विपक्षी कांग्रेस सभी ने अपनी पूरी ताकत प्रदेश में झोंक दी है. एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से लेकर पूरी भाजपा प्रदेश के अलग-अलग वर्गों को अपनी ओर करने में लगी है, वहीं कांग्रेस भी इस में पीछे नहीं है. प्रियंका गांधी ने तो मध्य प्रदेश में चुनावी शंखनाद कर दिया है और राहुल गांधी का मध्य प्रदेश दौरा अगस्त में प्रस्तावित है. इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस ने किसानों को पांच वचन दिया है जिस पर आगे हम चर्चा करेंगे.

किसाने के लिए 5 बड़ी गारंटी: 'कृषक न्याय योजना' के माध्यम से कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के किसानों पर फिर दांव लगाया है, क्योंकि किसानों की दशा में किसी भी सरकार में सुधर नहीं हो पाता है, उनकी समस्याएं जस की तस बनी रहती हैं. ऐसे में किसान राजनीतिक दलों के लिए एक लहलहाती फसल होते हैं, जिन्हें प्राप्त करने के लिए वो एड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं. कांग्रेस पार्टी ने भी कर्नाटक चुनावों में मिली जीत के मॉडल को अपनाते हुए किसानों से पांच वायदे किये हैं, जिन्हें वो सत्ता में आने के बाद पूरे करेगी. ग्राफिक्स इनफो के जरिए पढ़िए कांग्रेस के ये पांच वायदे.

MP Chunav 2023
ग्राफिक्स इनफो के जरिए पढ़िए कांग्रेस के ये पांच वायदे

कांग्रेस के 5 वचन के पीछे की वजह: मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से अधिकांश विधानसभा सीट ग्रामीण क्षेत्र में आती है. वहीं, शहरी क्षेत्र में भाजपा का दबदबा है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस ने एकतरफा प्रदर्शन किया था. जिसके के चलते मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई थी. राजनीतिक सभाएं और चुनावी रैलियां भले ही शहरी क्षेत्र में होती हों, लेकिन विधानसभा का रास्ता गांव की गलियों से होकर ही गुजरता है.

MP Chunav 2023
कांग्रेस के 5 वचन के पीछे की वजह

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कांग्रेस का किसानों से 2018 में किया वायदा: कमलनाथ ने 2018 के चुनावों में किसानों से वायदा किया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा. साथ ही किसानों का बिजली का बिल आधा कर दिया जाएगा. इसके अलावा कांग्रेस ने करप्शन के खिलाफ बड़ी लड़ाई का वायदा किया था और इसके लिए एक जन आयोग के गठन की बात कही थी, साथ में सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि को भी 300 रुपये से बढ़ाकर 1000 हजार रुपये करने का वायदा किया था. अब ये वायदे कितने पूरे हुए थे उन 15 महीनों की सरकार में ये हम से बेहतर जनता ही इस चुनाव में बतायेगी.

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर अब 100 से भी कम दिन का समय बचा है. यही वजह है कि चाहे भाजपा हो या फिर विपक्षी कांग्रेस सभी ने अपनी पूरी ताकत प्रदेश में झोंक दी है. एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से लेकर पूरी भाजपा प्रदेश के अलग-अलग वर्गों को अपनी ओर करने में लगी है, वहीं कांग्रेस भी इस में पीछे नहीं है. प्रियंका गांधी ने तो मध्य प्रदेश में चुनावी शंखनाद कर दिया है और राहुल गांधी का मध्य प्रदेश दौरा अगस्त में प्रस्तावित है. इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस ने किसानों को पांच वचन दिया है जिस पर आगे हम चर्चा करेंगे.

किसाने के लिए 5 बड़ी गारंटी: 'कृषक न्याय योजना' के माध्यम से कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के किसानों पर फिर दांव लगाया है, क्योंकि किसानों की दशा में किसी भी सरकार में सुधर नहीं हो पाता है, उनकी समस्याएं जस की तस बनी रहती हैं. ऐसे में किसान राजनीतिक दलों के लिए एक लहलहाती फसल होते हैं, जिन्हें प्राप्त करने के लिए वो एड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं. कांग्रेस पार्टी ने भी कर्नाटक चुनावों में मिली जीत के मॉडल को अपनाते हुए किसानों से पांच वायदे किये हैं, जिन्हें वो सत्ता में आने के बाद पूरे करेगी. ग्राफिक्स इनफो के जरिए पढ़िए कांग्रेस के ये पांच वायदे.

MP Chunav 2023
ग्राफिक्स इनफो के जरिए पढ़िए कांग्रेस के ये पांच वायदे

कांग्रेस के 5 वचन के पीछे की वजह: मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से अधिकांश विधानसभा सीट ग्रामीण क्षेत्र में आती है. वहीं, शहरी क्षेत्र में भाजपा का दबदबा है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस ने एकतरफा प्रदर्शन किया था. जिसके के चलते मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई थी. राजनीतिक सभाएं और चुनावी रैलियां भले ही शहरी क्षेत्र में होती हों, लेकिन विधानसभा का रास्ता गांव की गलियों से होकर ही गुजरता है.

MP Chunav 2023
कांग्रेस के 5 वचन के पीछे की वजह

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कांग्रेस का किसानों से 2018 में किया वायदा: कमलनाथ ने 2018 के चुनावों में किसानों से वायदा किया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा. साथ ही किसानों का बिजली का बिल आधा कर दिया जाएगा. इसके अलावा कांग्रेस ने करप्शन के खिलाफ बड़ी लड़ाई का वायदा किया था और इसके लिए एक जन आयोग के गठन की बात कही थी, साथ में सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि को भी 300 रुपये से बढ़ाकर 1000 हजार रुपये करने का वायदा किया था. अब ये वायदे कितने पूरे हुए थे उन 15 महीनों की सरकार में ये हम से बेहतर जनता ही इस चुनाव में बतायेगी.

Last Updated : Jul 29, 2023, 5:21 PM IST
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