भोपाल। मतदान को अब सिर्फ 16 दिन ही बचे हैं. ऐसे में नाराज नेताओं को लेकर अमित शाह ने उनसे मुलाकात तो की, लेकिन नाराज लोगों को मानने के मूड में अब शाह नहीं हैं. एमपी के तीन दिन के दौरे में अमित शाह ने नाराजगी दूर करने के लिए उनसे मुलाकात की और समझाया कि आप पार्टी के लिए काम करें आपको पार्टी ने बहुत दिया है.
निर्दलियों पर शाह की नजर: शाह ने अपनी बैठकों में प्रदेश के नेताओं से कहा कि "प्रदेश में जो नेता निर्दलीय लड़ रहे हैं और यदि वे बीजेपी के बागी हैं, तो उनसे मिलकर नामांकन वापस कराएं और ऐसे निर्दलीय पर भी नजर रखें जो दूसरी पार्टियों से नाराज होकर चुनाव लड़ रहे हैं." पिछले 2018 के चुनाव में निर्दलीय जीते थे, उनको भी मैनेज करने की बात भी की गई है. सूत्रों के मुताबिक शाह ने अपने नेताओं से कहा है कि सपा और बसपा नेताओं को भी मैनेज करो.
नाराज नेताओं को अब नहीं दी जाए तवज्जो: अमित शाह ने नेताओं को अब नसीहत दी है कि "जिनसे मिलकर बात की गई है, अब भी वे अगर नाराज है तो अब उन नेताओं को तवज्जो नहीं देना हैं. कुल मिलाकर शाह ने जो रिपोर्ट दी है, उससे ये आकलन सामने आया है कि बड़े नेता जो नाराज थे, उन्हें मना लिया गया है और अभी भी जो नाराज है उनको लेकर पार्टी का रुख साफ हो गया है कि अब ऐसे नेताओं का मनाने की जरूरत नहीं है.
लंबे समय से और अनुभवी नेताओं को दिल्ली बुलाया गया: अमित शाह ने अगले दो दिन में उन नेताओं को दिल्ली बुलाया है, जो पार्टी से लंबे समय से जुड़े रहे और जिनको टिकट नहीं मिला है या फिर वह जिसको चाहते थे, उनको भी टिकट नहीं मिला, इसे लेकर अमित शाह उनसे चर्चा करेंगे. वहीं माना जा रहा है कि अमित शाह उनको नसीहत देंगे कि "यदि आप पार्टी के लिए काम नहीं करते तो आने वाला समय आपके लिए ठीक नहीं होगा."