भोपाल (Agency,PTI)। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मंगलवार को दो और चीतों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बाड़े में वापस लाया गया. कूनो प्रबंधन के अनुसार प्रभास (नर) और वीरा (मादा) दोनों चीते स्वास्थ्य में पाए गए, लेकिन अगली जांच होने तक उन्हें बाड़े में रखा जाएगा. नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो में स्थानांतरित किए गए 20 वयस्क चीतों में से अब केवल दो ही पार्क के फ्री-रेंज क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं. कूनो के पशु चिकित्सकों और नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों ने मंगलवार को दोनों चीते प्रभास और वीरा की जांच की.
बाड़े में कुल 13 चीते : बता दें कि इस साल मार्च से केएनपी में स्थानांतरित किए गए 5 चीतों और तीन शावकों की मौत हो चुकी है. मध्य प्रदेश के मुख्य वन्यजीव वार्डन असीम श्रीवास्तव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि चीता प्रभास और वीरा को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए 'बोमस' (बाड़े) में लाया गया था और दोनों स्वस्थ हैं. अगले स्वास्थ्य परीक्षण तक उन्हें बोमास में रखा जाएगा. श्रीवास्तव ने बताया कि कुल 13 चीते (सात नर और छह मादा) वर्तमान में बाड़ों के अंदर हैं. वहीं, सोमवार को अधिकारियों ने बताया था कि स्वास्थ्य परीक्षण के लिए 6 चीतों के रेडियो कॉलर हटा दिए गए हैं.
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5 वयस्क चीते मौत का शिकार : बता दें कि चीता प्रजोक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्च मे कुल 20 चीते आयात किए गए थे. बाद में पार्क के अंदर नामीबियाई चीता 'ज्वाला' के चार शावक पैदा हुए. लेकिन इनमें से 3 मौत का शिकार हो गए. इसके अलावा 5 वयस्क चीतों की मौत हो गई है. चीता विशेषज्ञों ने बताया था कि इनमें से 2 चीतों की मौत रेडियो कॉलर के कारण संक्रमण से हुई है. इसके बाद कुछ और चीतों के गले में गहरे घाव पाए गए. वन विभाग के साथ ही केंद्र व राज्य सरकार चीतों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.