भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में बुधवार 01 मार्च को पेश होने जा रहे बजट को लेकर कांग्रेस कटौती प्रस्ताव लेकर आएगी. नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह ने कहा है कि सरकार योजनाओं के नाम पर फिजूलखर्ची कर रही है और इसलिए सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस के विधायकों द्वारा कटौती प्रस्ताव रखे जाएंगे. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण के जरिए सरकार की झूठी वाहवाही कराई है. उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण को झूठा बताए जाने को स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ बताया है.
गोविंद सिंह बोले - राज्यपाल से झूठी वाहवाही कराई : विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार ने अपनी असफल योजनाओं को राज्यपाल के अभिभाषण के जरिए सफल बताया है. अभिभाषण के जरिए झूठे तथ्य सदन में रखे गए. बताया गया कि 2007 से लेकर 2023 तक 23.30 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं, जबकि सरकार पहले ही सदन में जानकारी दे चुकी है कि अभी तक सिर्फ 3:30 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं. सरकार ने अभिभाषण में अपनी झूठी वाहवाही कराई है. डॉ.गोविंद सिंह ने कहा कि सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं के जरिए फिजूलखर्ची करने में जुटी हुई है. इसके विरोध में कांग्रेस विधायकों द्वारा कटौती प्रस्ताव रखे जाएंगे.
कांग्रेस सदन में मांगेगी 18 साल का हिसाब : उधर, पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि प्रदेश के बजट को लेकर किसी तरह की उम्मीद नहीं है. सरकार को बताना चाहिए कि आखिर प्रदेश पर साढे़ 4 लाख करोड़ का कर्ज कैसे हो गया. कांग्रेस ने शिवराज सरकार से उनके 18 सालों के कार्यकाल का सदन में ब्यौरा पेश करने की मांग की तैयारी कर रखी है. उनसे पूछा जाएगा कि पिछले 18 सालों के दौरान सरकार द्वारा जो घोषणा की गईं, उनका आखिर क्या हुआ. वहीं, कांग्रेस द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण पर टिप्पणी किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कांग्रेस द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं कि राज्यपाल ने सदन में अभिभाषण में गलत जानकारी पेश की है. संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति पर इस तरह के आरोप लगाना लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा नहीं है. कांग्रेस द्वारा जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, वह बेहद ही निंदनीय हैं.