भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट आज आने वाला है. इसको लेकर मंडल ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. इधर, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि रिजल्ट को लेकर स्टूडेंट्स को परेशान होने की ज़रूरत नहीं. बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम जो भी हो, स्टूडेंट्स को उसे स्वीकार करना चाहिए. अगर निराशा हाथ लगती है तो भी ध्यान रखना चाहिए. जीवन यहीं खत्म नहीं होगा.
फेल होने पर एक और मौका : स्कूल शिक्षा मंत्री का कहना है कि रिजल्ट आने के बाद फेल होने वाले छात्रों के लिए एक और मौका है. जिन बच्चों का रिजल्ट बेहतर नहीं आता या फेल हो जाते हैं तो रिजल्ट के तुरंत बाद उनके पास 'रुक जाना नहीं' योजना है. राज्य ओपन स्कूल की वेबसाइट www.mpsos.nic.in पर जाकर फेल होने वाले छात्र अपने फॉर्म भर सकेंगे. जो रिजल्ट के बाद उपलब्ध रहेंगे. मंत्री इंदर सिंह का यह भी कहना है कि बच्चों में रिजल्ट के तनाव को लेकर माता-पिता को भी उनसे बात करते रहना चाहिए. रिजल्ट के प्रेशर को बच्चे पहले से ही अपने दिमाग में बैठा लेते हैं. मंत्री परमार का कहना है कि जब उनका बच्चों का परीक्षा परिणाम मन मुताबिक नहीं आता तो माता-पिता उन्हें डांट लगाते हैं. जबकि ये गलत है. बच्चों से पैरेंट्स को बात करनी चाहिए. क्योंकि आपकी एक फटकार से बच्चे गलत रास्ते तक पहुंच सकते हैं. इसके लिए रिजल्ट के एक दिन पहले या रात में बच्चों के साथ समय बिताएं. उनसे बात कर उनके मन की भावनाओं और तनाव को भी समझते हुए दूर करें.
25 मई तक आ जायेगा रिजल्ट : इंदर सिंह परमार ने फिर दोहराया कि इस बार की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम 25 मई तक आ जाएगा. माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट एक साथ घोषित करने की तैयारी है. जिस तरह पिछले सालों में एक ही दिन दोनों बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित किया गया. इस बार भी 10वीं और 12वीं का रिजल्ट एक साथ घोषित होगा. दरअसल, पिछले कई सालों तक 10वीं और 12वीं का रिज्ल्ट अलग-अलग तारीखों पर आता था. जिससे 12वीं पास करने वाले बच्चे को कॉलेजों में जाने के लिए समय नहीं मिल पाता था. एडमिशन के लिए बच्चे परेशान होते थे. माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर बच्चे रिजल्ट देख सकेंगे. इस बार की बोर्ड परीक्षाओं में 10वीं और 12वीं में कुल 18 लाख 22000 स्टूडेंट्स शामिल हुए हैं. इनमें से दसवीं में 9,65000 और 12वीं में 8,57000 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है.