भोपाल। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. ताजा मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच ने मंडल की शिकायत के आधार पर 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, राजधानी के एक स्कूल के केंद्राध्यक्ष सहित 3 अन्य लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म टेलीग्राम पर पेपर लीक कर दिया था. मामले में भोपाल के छोला मंदिर थाने में इन चारों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी.
परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल उठे: मध्यप्रदेश में फिलहाल 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं. ऐसे में लगातार सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर पेपर वायरल होने की खबरों से परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसी घटनाओं की वजह से विधानसभा में भी हंगामा हो रहा है. ऐसा ही एक मामला भोपाल से सामने आया है, जहां पेपर लीक करने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पेपर के खींच लिए थे फोटो: भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया, 'मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की केमिस्ट्री की परीक्षा शनिवार को थी. इस दौरान छोला इलाके के विद्यासागर स्कूल में प्रश्न पत्र के फोटो खींचे गए थे. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई की. जांच में पता चला कि शिक्षकों ने सुबह 8:30 बजे अपने मोबाइल फोन से पेपर के फोटो खींचे थे, लेकिन इस समय तक बच्चे अपने-अपने परीक्षा कक्ष में पहुंच गए थे. ऐसे में पेपर लीक होने की संभावना नहीं है, लेकिन नियमों के अनुसार परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन का प्रयोग और पेपर का फोटो खींचना प्रतिबंधित है. ऐसे में स्कूल के 4 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की गई है.'
अब परीक्षा केंद्र पर मौजूद रहेंगे पटवारी: लवानिया ने बताया, 'स्कूल के लेक्चरर पवन सिंह, विश्वनाथ सिंह, सुप्रिटेंडेंट रेखा गोयल और सहायक सुप्रिटेंडेंट राजकुमार सक्सेना के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा जिला प्रशासन ने भोपाल के सभी केंद्रों में अब पटवारियों की भी ड्यूटी लगा दी है. वह संबंधित थाने से परीक्षा केंद्र तक पेपर पहुंचाएंगे. जब तक पेपर शुरू न हो जाए, तब तक वे मौके पर ही मौजूद रहेंगे. इसके अलावा अगर कहीं से कोई शिकायत मिलती है तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.'