उज्जैन: सिंहस्थ 2028 के पहले इंदौर से उज्जैन के बीच चलने वाली मेट्रो ट्रेन शुरू हो जाएगी. मुख्यमंत्री मोहन यादव इसकी घोषणा पहले ही कर चुके हैं. इस सुविधा से श्रद्धालुओं का सफर आसान होगा और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी. सिंहस्थ के अलावा आमतौर पर उज्जैन में महाकाल दर्शन के लिए रोजाना हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं, उनके लिए भी ये सौगात काफी सुविधाजनक साबित होगी.
करीब 160 किमी की रफ्तार से दौड़ने वाली मेट्रो इंदौर और उज्जैन के बीच का सफर कुछ ही मिनिटों में पूरा कर देगी. खास बात ये है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव खुद इस प्रोजेक्ट पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. प्रोजेक्ट की प्रगति की समय-समय पर समीक्षा करते रहते हैं.
डबल इंजन सरकार के प्रयास
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) June 22, 2024
मध्यप्रदेश का तीव्र गति से विकास
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के बड़े नगरों के लिए नए ट्रेफिक प्लान की जरूरत को देखते हुए राज्य सरकार महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। इस दिशा में सबसे महत्वपूर्ण इंदौर-उज्जैन के मध्य मेट्रो ट्रेन के संचालन… pic.twitter.com/HAapN0mDRJ
सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर विशेष तैयारियां
जहां तक सिंहस्थ 2028 की बात करें, तो सिंहस्थ की तैयारियां अभी से तेज हो गयी हैं. इंदौर और उज्जैन में खासकर सिंहस्थ को ध्यान रखकर कई प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में इंदौर से उज्जैन का सफर आसान हो, इसके लिए मेट्रो की तैयारी की जा रही है. मुख्यमंत्री मोहन यादव समय-समय पर इसकी समीक्षा भी कर रहे हैं. 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ मेले के आयोजन के मद्देनजर इंदौर-उज्जैन के बीच रेल और सड़क संपर्क को मजबूत करने तेजी से काम चल रहा है.
सिंहस्थ के लिए इंदौर और उज्जैन के बीच डेडिकेटेड मेट्रो कॉरिडोर बनाया जा रहा है. मेट्रो के लिए स्टेशन की संख्या अलाइनमेंट भी तय हो चुका है. इंदौर और उज्जैन के बीच की 47 किमी दूरी के बीच आठ मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इसका डीपीआर तैयार कर लिया है. अब इसके अनुसार मप्र मेट्रो रेल कार्पोरेशन इंदौर-उज्जैन मेट्रो का काम शुरू करेगा. मेट्रो रूट पर 70 प्रतिशत काम सड़क की सेंट्रल लाइन के अनुसार किया जाएगा. वहीं, रेवती के पास मेट्रो डिपो के लिए प्रशासन से 20 हैक्टेयर जमीन भी मांगी गयी है.
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ऐसे जुटाए जाएंगे प्रोजेक्ट के 10 हजार करोड़
सरकार ने प्रोजेक्ट पर खर्च हो रहे 10 हजार करोड़ के इंतजाम की तैयारियां तेज कर दी हैं. परियोजना की लागत के लिए 60 फीसदी लोन लिया जाएगा. बची हुई 40 प्रतिशत राशि में केंद्र और राज्य बराबर अंशदान करेगा. 20 प्रतिशत केंद्र सरकार और 20 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार उठाएगी.
इंदौर से लेकर उज्जैन तक मेट्रो स्टेशन
इंदौर-उज्जैन मेट्रो के लिए जो 8 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, वो भी तय कर लिए गए हैं. इंदौर से शुरू होकर लवकुश चौराहे, अरविंदो काॅलेज, बारोली, धरमपुरी, सांवेर, उज्जैन इंजीनियरिंग कालेज, नानाखेडा और श्री महाकाल लोक स्टेशन बनाए जाएंगे. सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं को ये बडी सौगात होगी. क्योंकि इंदौर से उज्जैन की दूरी महज 47 किमी है. ज्यादातर लोग इंदौर से ही उज्जैन पहुंचते हैं.