भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12 वीं की परीक्षा शुरू हो गई हैं. गुरुवार को पहला प्रश्नपत्र हिंदी का हुआ. कुछ लोगों ने दावा किया है कि ये पेपर लीक हो गया है. पेपर शुरू होने के करीब 20 मिनट पहले प्रश्नों के फोटो व्हाट्सएप पर परीक्षार्थियों को मिल गए. इसके बाद हड़कंप मच गया. हालांकि इस मामले में ईटीवी भारत ने जब जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐसी बात सामने आने पर हमने वेरिफाई कराया है लेकिन ये सब अफवाह है. वहीं, कुछ लोगों का दावा है कि जो पेपर वायरल हुआ, वह गुरुवार को हुए पेपर का ही हिस्सा था.
कुछ स्कूल संचालकों को सुबह 6 बजे मिला पेपर : लोगों का दावा है कि कुछ स्कूल संचालकों को सुबह 6 बजे ही व्हाट्सएप पर 12वीं कक्षा का हिन्दी का पेपर मिल चुका था. ये भी बताया जाता है कि कुछ परीक्षार्थियों ने अपने टीचर्स को यह पेपर भेजा था. पेपर में नीचे की तरफ मॉडल नंबर U-601_B H-1 लिखा हुआ है. पेपर वायरल होने के बाद इसकी भनक जिला शिक्षा टीम को भी लगी. टीम ने तत्काल वेरिफाई भी किया, लेकिन उन्हें कहीं कोई जानकारी नहीं मिल सकी. दूसरी तरफ स्कूल संचालकों का कहना है कि पेपर सुबह सुबह 4 बजे के बाद से ही बच्चों को व्हाट्सएप पर पेपर मिलना शुरू हो गए थे. चूंकि इस मामले में अब तक लिखित शिकायत नहीं मिली है, इसलिए पुलिस कार्रवाई शुरू नहीं हुई.
Must Read : ये खबरें भी पढ़ें... |
भोपाल में 103 सेंटर, 28 हजार स्टूडेंट्स : भोपाल जिले में कुल 28 हजार स्टूडेंट्स ने 12वीं का पहला पेपर दिया. इनके लिए 103 स्कूलों में सेंटर बनाए गए हैं. इनकी निगरानी के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तीन उड़नदस्ते बनाए गए. वहीं कलेक्टर की निगरानी में एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आरआई और पटवारी लगातार निगाह रखे हुए हैं. वहीं, सीहोर जिले में 95 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें 15 निजी स्कूल हैं और इसी को लेकर विरोध हो रहा है. क्योंकि इसके पहले इन निजी स्कूलों में नकल के प्रकरण सामने आ चुके हैं. यहां तक कि निजी स्कूल के परीक्षा केंद्र पर केंद्राध्यक्ष अपनी ही बेटी को नकल करवाते पकड़े गए थे.