भोपाल। आम आदमी पार्टी ने चुनावी करवट लेने के साथ ये बता दिया है कि, गुजरात की तरह एमपी में भी आप पार्टी सीएम उम्मीदवार पहले ही घोषित कर देगी. अब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं समेत पूरे प्रदेश की निगाहें इस पर हैं कि, ये उम्मीदवार होगा कौन. सियासी भविष्यवक्ता तो कह रहे हैं कि मुमकिन है कि बीजेपी की बी पार्टी कही जाने वाली आप में बीजेपी के ही किसी नेता को मैदान में उतार दिया जाए. अब नजरे इसे लेकर दौड़ाई जा रही हैं कि, कौन इन दिनों बीजेपी से रुठा रुठा चल रहा है. जिसकी संभावना आम आदमी पार्टी के लिए तलाशी जा सकें. वैसे आम आदमी पार्टी की जो परिपाटी है उसमें तो उम्मीदवार के नाम संगठन से नहीं सरकार की ओर से आते हैं.
क्या कहता है धीरेन्द्र शास्त्री को ये समर्थन: राजनीति में कुछ भी बिना वजह नहीं होता. अब जब बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र शास्त्री को दी गई चुनौती का पूरा मामला ठंडा पड़ चुका है. तब एमपी के एक पूर्व बीजेपी विधायक को धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थन का ख्याल आया. शारीरिक अस्वस्थता की वजह से बीते लंबे समय से राजनीति के हाशिए पर रहे नेता जी की गिनती हार्डकोर हिंदू नेताओं में हमेशा से होती रही है, लेकिन अचानक एक धार्मिक संगठन बनाकर उनका धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थन में मैदान में कूदने पर सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं. पूर्व विधायक महोदय ने बागेश्वर धाम के महाराज धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थन में सुंदर कांड का पाठ करवाया है. हांलाकि ये पूर्व विधायक जिस क्षेत्र से दम दिखा सकते थे वहां बीजेपी में पहले ही दावेदारों की कतार बहुत लंबी है.
MP में एक्शन पर रिएक्शन की राजनीति शुरु, चुनावी साल में किसके इशारे पर बोलता है बाबा
भारत जोड़ो यात्रियों का पॉवर कनेक्शन: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा खत्म हो गई, लेकिन वो कहते हैं ना कि अभी तो पार्टी शुरु हुई है. तो जो भारत जोड़ो यात्री अब अपने अपने इलाकों को लौटे हैं. अब कांग्रेस के भीतर उनकी झांकी शुरु होगी. जिस पार्टी में राहुल गांधी का किसी नेता को अपने बगल में खड़े कर लेना ही ये संकेत होता हो कि मुख्यमंत्री बनने जा रहा है. उस पार्टी में लगातार इतनी लंबी यात्रा राहुल गांधी के साथ करके लौटना. विशेष योग्यता की श्रेणी में तो आएगा. सुना तो ये भी है कि कांग्रेस में ही ऐसे लोगों को यात्री रिटर्न की संज्ञा भी दे दी गई है. अब पार्टी के भीतर भले यात्रा के किस्से सुनने तक इनकी भूमिका हो. लेकिन यात्री तो अब बात बात पर बताएंगे आखिर राहुल गांधी से पॉवर कनेक्शन लेकर लौटे हैं.