ग्वालियर: आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ एक बार फिर ग्वालियर जिला कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. उसे पुलिस के जरिए गवाही के लिए बुलाया गया है. दरअसल आरक्षक हरेंद्र तोमर और एक्टिविस्ट आशीष के बीच हुए विवाद के बाद प्रकरण दर्ज कराया गया था. यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इस मामले में कोर्ट ने पूर्व में एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी को अपने बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था लेकिन वह नहीं पहुंचे. इसके बाद कोर्ट ने एक बार फिर गिरफ्तारी वारंट जारी कर तलब किया है.
आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट
शासकीय अधिवक्ता धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि "वारंट की तामीली नहीं हो सकी है और आशीष घर पर भी नहीं मिले हैं. इसलिए उसके खिलाफ यह वारंट निकाला गया है. करीब 5 साल पहले 2019 में आशीष और आरक्षक हरेंद्र तोमर के बीच विवाद हुआ था. इसमें आशीष ने जान से मारने की धमकी देने और अभद्रता के साथ पेश आने का मुकदमा झांसी रोड थाने में दर्ज कराया था.
यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है लेकिन आशीष अपनी गवाही देने के लिए न्यायालय नहीं पहुंचा है. उसे सोमवार को गिरफ्तारी वारंट के साथ न्यायालय में पेश होना था लेकिन एक बार फिर आशीष गवाही देने नहीं पहुंचा और न ही पुलिस उसे पेश कर सकी. इसलिए दोबारा उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है और न्यायालय में पेश करने के निर्देश दिए गए हैं.
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एक अन्य मामले में भी गिरफ्तारी वारंट जारी
इसी तरह एक अन्य मामले में मध्य प्रदेश शासन के खिलाफ आईडी चौरसिया के मामले में भी आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. इस मामले में उसे 5 मार्च को कोर्ट में पेश होना है और अपनी गवाही दर्ज करानी है. इससे पहले भी राहुल यादव वाले मामले में मुख्य गवाह होने के बावजूद आशीष न्यायालय में पेश नहीं हुआ था जिसके कारण उसके खिलाफ गवाही के अधिकार को खत्म किया गया था. अब 5 मार्च को इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख नियत की गई है.