भोपाल। एमपी की सियासत इस वक्त चुनावी मोड में है. वीडियो और गाने सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. वीडियो के जरिए आरोप प्रत्यारोप जारी हैं. इसी बीच एक वीडियो चल रहा है जिसने सियासी गलियारों में कई चर्चाओं को जन्म दे दिया है. इस वीडियो में "मोदी के मन में बसे एमपी, एमपी के मन में बसे मोदी'' इस शीर्षक से एक चुनावी गीत जारी हुआ है. जिसमें सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी का नाम और काम नजर आ रहा है. एमपी की तारीफ तो की जा रही है, लेकिन इसमें सीएम शिवराज कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं. ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो के आने के बाद कांग्रेस भी चुटकी लेने से नहीं चूक रही .
बिना दूल्हे की बारात निकलेगी: कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा ने चुटकी ली और ट्वीट करते हुए लिखा- "मोदी के मन में बसे एमपी, एमपी के मन में बसे मोदी" वीडियो में शिवराज जी गायब ...! क्या एमपी में विधानसभा के आगामी चुनाव के प्रचार अभियान में शिवराज पार्टी का चेहरा नहीं होंगे ? बिना दूल्हे की बारात निकलेगी..! ऐसा क्यों तो 'एमपी में का बा' भी.
39 सेकेंड बस नमो ही नमो: 39 सेकेंड के वीडियों में आदिवासियों के विकास, पीएम आवास योजना, मुफ्त राशन योजना और किसान सम्मान योजनाओं का जिक्र है, जो केंद्र द्वारा संचालित हैं. इस वीडियो के बाद सियासी गलियारों में भी चर्चा जोरों से हो रही है कि क्या आने वाले चुनावों में मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा.
कांग्रेस का आक्रामण: कांग्रेस ने सीधी पेशाब कांड, दलित-आदिवासियों पर अत्याचार, महाकाल मंदिर की मूर्तियां टूटने और लॉ एंड ऑर्डर के मामलों पर बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की है. वहीं, इसकी काट में बीजेपी ने पीएम नरेंद्र मोदी के नाम और उनकी योजनाओं को एक बार फिर से घर-घर पहुंचाने के लिए चुनाव के पहले ही आक्रामक रणनीति कैंपेन शुरू करने की तैयारी कर ली है. पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे को लेकर कई तरह के आडियो और प्रचार सामग्री बनाई जा चुकी है. शुरुआत में बीजेपी यह सामग्री डिजिटल माध्यम से मध्यप्रदेश के लोगों तक पहुंचाने की योजना है.
बीजेपी बोली-पहले कांग्रेस अपने अंदर तो झांक ले: बीजेपी का कहना है कि ''ये कांग्रेस का षडयंत्र है, पीएम मोदी का देश नहीं दुनिया में डंका बज रहा है.'' बीजेपी नेता राकेश शर्मा का कहना है कि ''मोदी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. इसमें वेवजह की तूल दी जा रही है कि शिवराज का चेहरा नहीं है. दूसरों पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेस अपने अंदर तो झांक ले.''