भोपाल। राजधानी की बिशनखेड़ी स्थित मध्यप्रदेश राज्य घुड़सवारी अकादमी में राष्ट्रीय जूनियर घुड़सवारी चैंपियनशिप में बुधवार को 80 घोड़ों का मेडिकल किया गया. लगभग सभी घोड़ों ने मेडिकल टेस्ट पास कर लिया. घुड़सवारी चैंपियनशिप गुरुवार सम्पन्न हुई. जिसमें घुड़सवार अपने घोड़ों के साथ चिल्ड्रन-2 ड्रेसाज और चिल्ड्रन शो जंपिंग नार्मल में अपना दमखम दिखाया.
प्रतियोगिता के पहले डॉक्टरों ने सभी घोड़ो की जांचः चैंपियनशिप में भाग लेने वाले घोड़ों की वेटनरी डॉक्टर और जूरी मेंबर द्वारा संपूर्ण जांच की जाती है. घोड़ों को राइडिंग एरीना में दौड़ाकर और पैदल चलाकर देखा गया. इसके अलावा उनकी आखों, हार्ट और लंग्स, दांत और चमड़ी की भी जांच की गई. गुरुवार को चिल्ड्रन-2 ड्रेसाज और चिल्ड्रन शो जंपिंग नार्मल व्यक्तिगत और टीम इवेंट आयाोजित किए गए. दोनों ही इवेंट अलग-अलग एरीना में आयोजित किए गए थे. (Before competition doctors examined all horses)
200 घुड़सवार और 249 घोड़े उतरे थे मैदान मेंः मिला जानकारी के अनुसार मुख्य प्रतियोगिता के पहले प्रीलिमिनरी शो-जंपिंग के मुकाबले खेले गए. इसमें मप्र अकादमी के अर्जुन सिंह, राजू और आशुप्रीत ने प्रदेश को पहला पदक दिलाया था. 16 राज्यों के 200 राइडर्स ने प्रतियोगिता में भाग लिया था. राइडर्स के साथ कुल 249 घोड़ों प्रतियोगिता में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी. स्पर्धा में घुड़सवारी फेडरेशन आफ इंडिया की तरफ से दो अंतरराष्ट्रीय जूरी मेंबर घु़ड़सवारी के मुकाबलों को जज कर रहे थे. (200 horsemen and 249 horses entered field)