भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कम होती दिख रही है. पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के इंदौर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई और बाकी संभागों के जिलों का मौसम मुख्य रूप से शुष्क ही रहा. दरअसल वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन का पश्चिमी भाग हिमालय के नजदीक और पूर्वी भाग बहराइच गया, शांतिनिकेतन और पूर्वोत्तर में बांग्लादेश-दक्षिणी असम से होते हुए मणिपुर तक फैला हुआ है. जिसके चलते प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कम हुई हैं.
मौसम विभाग के आगामी अनुमान के मुताबिक अगले 24 घंटों में रीवा,सतना, सीधी, शहडोल, उमरिया और पन्ना में भारी बारिश के साथ साथ कहीं-कहीं अति भारी बारिश भी हो सकती है. इसके लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा प्रदेश के सागर, जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, चंबल और ग्वालियर संभागों के जिलों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है.
मानसून ट्रफ लाइन के अलावा प्रदेश के मौसम को इस वक्त तीन कारक प्रभावित कर रहे हैं. पहला गंगीय पश्चिम बंगाल- झारखंड के ऊपर और पूर्वी असम के ऊपर समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर तक और पंजाब के ऊपर समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक एक चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है. साथ ही मध्य और ऊपरी क्षोभ मंडल की पछुवा पवनों के बीच 62 डिग्री पूर्वी देशांतर के सहारे एक ट्रफ लाइन भी सक्रिय है. जबकि पश्चिम बंगाल की खाड़ी में आंध्र प्रदेश के पास समुद्र तल से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक एक और चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, यह सब मिलकर मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रहे हैं.
राजधानी भोपाल में भी हल्की बारिश का ही अनुमान है. प्रदेश में आज रीवा मेंं 23 एमएम, रतलाम में 18 एमएम, सतना में 10 एमएम, और खजुराहो में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई.