भोपाल। मध्यप्रदेश में युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी ने बिजली बिल को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. कुणाल चौधरी का कहना है कि एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता का बकाया बिल माफ करने का ऐलान कर रहे हैं. लेकिन जो आदेश निकला, उसमें सिर्फ बिल स्थगित करने की बात सामने आई. इसके बावजूद सरकार द्वारा किसानों को बिजली बिल भरने के लिए नोटिस थमाया जा रहे हैं.
कुणाल चौधरी का कहना है कि जब वह अपनी विधानसभा क्षेत्र का दौरा किए तो उन्हें जानकारी मिली कि सरकार द्वारा किसानों को बकाया बिल भरने के लिए नोटिस थमा दिए गए हैं. जबकि सीएम शिवराज सिंह मुरैना और भिंड की सभाओं में चीख चीख कर बोल रहे थे कि किसानों के बकाया बिजली के बिल माफ कर दिए जाएंगे. लेकिन जमीनी हालात इसके उलट है.
बीजेपी की नियत साफ नहीं
विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह और भाजपा सरकार की नियत साफ नहीं है. एक तरफ तो मुख्यमंत्री ने बिजली के बिल माफ करने का ऐलान किया और दूसरी तरफ किसानों को नोटिस थमा कर लूट मचाने का काम कर रही है. पहले ही कोविड-19 में प्रदेश और केंद्र सरकार की विफलता के कारण करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं और लगातार संक्रमण बढ़ रहा है. इस बीच सरकार किसानों को नोटिस थमाकर परेशान कर रही है.
कुणाल चौधरी ने कहा कि 'जब कांग्रेस की सरकार थी, उस दौरान कमलनाथ ने इंदिरा गृह ज्योति योजना के तहत किसानों को बड़ी राहत दी थी और तब किसानों के बिजली के बिल महज 100 रूपए आया करता था. लेकिन पहले सीएम शिवराज सिंह ने लोकतंत्र की हत्या करते हुए चुनी हुई सरकार का कत्ल किया. अब किसानों के खिलाफ एक के बाद एक ऐसे नोटिस भेजकर किसानों और गरीबों के वर्तमान और भविष्य को बर्बाद करने में जुटे हैं.