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सरकारी कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का अंबार! कहीं बंद पड़ा वाई-फाई, तो कहीं गर्ल्स टॉयलेट में लगे ताले - miss management in government colleges of Bhopal

मध्य प्रदेश में सरकाल ने कॉलेज खोल दिए हैं लेकिन लंबे समय से बंद पड़े कॉलेज खुलने के बाद भी यहां अव्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं आई है. सरकारी कॉलेजों में छात्र इन दिनों कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं.

सरकारी कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का अंबार
सरकारी कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का अंबार
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Published : Oct 11, 2021, 6:07 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार ने कॉलेजों को तो खोल दिया है लेकिन कॉलेज में छात्रों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही. जिस कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. राजधानी भोपाल के सबसे बड़े सरकारी कॉलेज एमवीएम के हालात यह है कि यहां गर्ल्स वॉशरूम में ताले लगे हैं, तो वाईफाई रूम भी बंद पड़ा है. छात्रों का कहना है कि ये सभी व्यवस्थाएं कॉलेज खुलने से पहले दुरस्त होना थी लेकिन अभी तक हालत वैसे ही बने हुए हैं.

सरकारी कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का अंबार

कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं का अभाव

मध्य प्रदेश में सरकार ने सितंबर के महीने से कॉलेज खोल दिए लेकिन कॉलेजों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. छात्रों की कम संख्या के बावजूद कक्षाएं तो संचालित हो रही हैं लेकिन संचालन करने वाले कॉलेज इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं. भोपाल में वैसे तो कई सरकारी कॉलेज है लेकिन सबसे बड़ा सरकारी कॉलेज एमवीएम है. इस कॉलेज में ही छात्रों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऑनलाइन कक्षाओं के चलते छात्रों को कॉलेज में वाई-फाई की सुविधा दी जाती है. लेकिन इस कॉलेज में वाई-फाई का पूरा सिस्टम ही बंद पड़ा है. जिस जगह पर वाईफाई का जोन बनाया गया है वहां कमरा ही बंद पड़ा है.

सरकारी कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का अंबार

दूसरे फ्लोर पर गर्ल्स टॉयलेट में लगे ताले

छात्र कहते हैं कि अगर सुविधाएं नहीं दी जा रही तो फिर कॉलेज ही क्यों बुलाया गया. वहीं दूसरी ओर छात्राओं के साथ एक और समस्या है. कॉलेज में 2nd फ्लोर पर कक्षाएं तो लगती हैं लेकिन यहां लड़कियों के लिए बना वॉशरूम बंद पड़ा है. इसमें ताला लगा हुआ है और गेट पर मकड़ी के जाले यह बता रहे हैं कि टॉयलेट के दरवाजों पर लंबे समय से ताला लगा है. छात्राओं का कहना है कि इस कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दूसरे फ्लोर पर लगने वाली क्लास की छात्राओं को टॉयलेट का इस्तेमाल करने के लिए पहले फ्लोर पर आना पड़ता है.

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कुछ भी कहने से बचते नजर आया कॉलेज प्रबंधन

इस मामले पर जब कॉलेज प्रबंधन से बात करने की कशिश की गई, तो वे कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए. हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि बच्चे कम होने के कारण फिलहाल थोड़ी असुविधाएं है, लेकिन जल्दी इसमें सुधार कर लिया जाएगा.

भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार ने कॉलेजों को तो खोल दिया है लेकिन कॉलेज में छात्रों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही. जिस कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. राजधानी भोपाल के सबसे बड़े सरकारी कॉलेज एमवीएम के हालात यह है कि यहां गर्ल्स वॉशरूम में ताले लगे हैं, तो वाईफाई रूम भी बंद पड़ा है. छात्रों का कहना है कि ये सभी व्यवस्थाएं कॉलेज खुलने से पहले दुरस्त होना थी लेकिन अभी तक हालत वैसे ही बने हुए हैं.

सरकारी कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का अंबार

कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं का अभाव

मध्य प्रदेश में सरकार ने सितंबर के महीने से कॉलेज खोल दिए लेकिन कॉलेजों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. छात्रों की कम संख्या के बावजूद कक्षाएं तो संचालित हो रही हैं लेकिन संचालन करने वाले कॉलेज इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं. भोपाल में वैसे तो कई सरकारी कॉलेज है लेकिन सबसे बड़ा सरकारी कॉलेज एमवीएम है. इस कॉलेज में ही छात्रों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऑनलाइन कक्षाओं के चलते छात्रों को कॉलेज में वाई-फाई की सुविधा दी जाती है. लेकिन इस कॉलेज में वाई-फाई का पूरा सिस्टम ही बंद पड़ा है. जिस जगह पर वाईफाई का जोन बनाया गया है वहां कमरा ही बंद पड़ा है.

सरकारी कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का अंबार

दूसरे फ्लोर पर गर्ल्स टॉयलेट में लगे ताले

छात्र कहते हैं कि अगर सुविधाएं नहीं दी जा रही तो फिर कॉलेज ही क्यों बुलाया गया. वहीं दूसरी ओर छात्राओं के साथ एक और समस्या है. कॉलेज में 2nd फ्लोर पर कक्षाएं तो लगती हैं लेकिन यहां लड़कियों के लिए बना वॉशरूम बंद पड़ा है. इसमें ताला लगा हुआ है और गेट पर मकड़ी के जाले यह बता रहे हैं कि टॉयलेट के दरवाजों पर लंबे समय से ताला लगा है. छात्राओं का कहना है कि इस कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दूसरे फ्लोर पर लगने वाली क्लास की छात्राओं को टॉयलेट का इस्तेमाल करने के लिए पहले फ्लोर पर आना पड़ता है.

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कुछ भी कहने से बचते नजर आया कॉलेज प्रबंधन

इस मामले पर जब कॉलेज प्रबंधन से बात करने की कशिश की गई, तो वे कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए. हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि बच्चे कम होने के कारण फिलहाल थोड़ी असुविधाएं है, लेकिन जल्दी इसमें सुधार कर लिया जाएगा.

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