भोपाल। राजनीतिक दलों ने मध्यप्रदेश के उपचुनाव में किसान समस्या एक अहम मुद्दा बनाया हुआ है. कांग्रेस बीजेपी सरकार पर किसान फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को मुआवजे की राशि कम देने का आरोप लगा रही है. कांग्रेस के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि कांग्रेस को हर मुद्दे पर राजनीति करने की आदत हो गई है.
15 महीने में कुछ नहीं किया-
मंत्री सारंग ने कहा कि 15 महीने की कांग्रेस सरकार ने किसी किसान के आंसू पोछने की कोशिश नहीं की. कांग्रेस के समय बीमा की राशि अन्नदत्ताओं के खाते में डाली जानी थी, वो राशि कमलनाथ आइफा अवार्ड में लगाने वाले थे, जो पैसा किसानों के हित में खर्च होना था वो पैसा मंत्री अपने बंगले बनाने में लगा रहे थे. अब जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसान के खाते में राशि डाल रहे हैं तो कांग्रेस नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है.
साथ ही सारंग ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण और कोविड-19 के चलते हो रही मौत के मामलों पर कहा है कि बड़ी तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. ये स्थिति पूरी दुनिया और देश में है. सरकार लोगों से अपील कर रही है, जब तक वैक्सीन न आये तब तक सावधानी जरूरी है. कोरोना का इलाज केवल और केवल अनुशासन और संयम है. गतिविधि तेजी से शुरू हो गई है. इसलिए ये स्थिति बन रही है. साथ ही कोरोना के चलते एक दिन का विधानसभा सत्र बुलाने और राजनीतिक पार्टियों के चुनावी दौरों में भीड़ एकत्र करने पर उठ रहे सावलों का जवाब देते हुए, विश्वास सारंग ने कहा की विधानसभा एक बंद कमरे में होने वाली प्रक्रिया है. WHO की गाइड लाइन कहती है कि बंद कमरे में ज्यादा लोग एकत्र होंगे तो संक्रमण होने का खतरा रहता है. राजनीतिक रैलियों में सामाजिक दूरी रहे ये जरूरी है.