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स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश के इन शहरों को मिला सम्मान, मंत्री ने कहा- अगले साल और भी कई शहर करेंगे नाम रोशन

शहरी विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है और प्रदेश के सभी शहरों के नागरिकों और स्वच्छता अभियान में लगे हुए अधिकारी कर्मचारियों ने अपनी भागीदारी बेहद इमानदारी से निभाई है.

जयवर्धन सिंह
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Published : Mar 7, 2019, 5:57 AM IST

Updated : Mar 7, 2019, 8:49 AM IST

भोपाल। साल 2019 के स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश ने एक बार फिर बाजी मारी है. इंदौर को स्वच्छता सर्वेक्षण में तीसरी बार प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है तो वहीं राजधानी भोपाल को सबसे स्वच्छ राजधानी का प्रथम पुरस्कार मिला है. इसके साथ ही उज्जैन शहर को 3 से 10 लाख वाली आबादी के शहर की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है.

स्टोरी पैकेज.

इसके अलावा नवाचार और बेस्ट प्रैक्टिस में जबलपुर शहर को श्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ है. यह पुरस्कार नहीं दिल्ली में विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति राम कोविंद के द्वारा प्रदान किए गए हैं. देर रात पुरस्कार लेकर राजधानी लौटे शहरी विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है और प्रदेश के सभी शहरों के नागरिकों और स्वच्छता अभियान में लगे हुए अधिकारी कर्मचारियों ने अपनी भागीदारी बेहद इमानदारी से निभाई है.

साथ ही कहा कि अधिकारियों-कर्मचारियों और जनता के सहयोग का परिणाम है कि मध्यप्रदेश में एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश का नाम पूरे भारत में रोशन किया है. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष प्रदेश के और कई शहर स्वच्छता सर्वेक्षण की पुरस्कार श्रेणी में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे.

देश के टॉप 100 में शामिल हैं मध्यप्रदेश के ये शहर
मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि यह प्रदेश के लिए एक गौरव का विषय है कि इंदौर शहर ने लगातार तीसरे वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में अपना प्रथम स्थान बरकरार रखा है. हमें उम्मीद है कि मध्यप्रदेश के कई अन्य शहर भी आने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश को स्वच्छता सर्वेक्षण में कुल 19 पुरस्कारों से नवाजा गया है. देश में प्रथम 100 शहरों में इंदौर, उज्जैन, देवास, खरगोन, बागदा, भोपाल, सिंगरौली, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नीमच, सागर, पीथमपुर, ग्वालियर, रतलाम, रीवा, दमोह, शिवपुरी, होशंगाबाद, खंडवा और कटनी शामिल हैं.

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वहीं नवाचार प्रयासों की श्रेणी के लिए इंदौर और उज्जैन और कचरा मुक्त शहर के लिए भी इंदौर को पुरस्कार दिया गया है. इसके साथ ही शाहगंज नगर परिषद को पश्चिमी क्षेत्र में सबसे साफ नगर परिषद का सम्मान मिला है. मझोले शहरों की श्रेणी में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नगर निगम देवास और नगर पालिका नागदा को भी सम्मानित किया गया है. कचरा मुक्त शहर की श्रेणी में नागदा, धार, खरगोन, केमोर, शाहगंज नगर परिषदों को सम्मानित किया गया है इसके अलावा उज्जैन, देवास, सिंगरौली नगर निगम को भी स्वच्छता पुरस्कार से नवाजा गया है.

भोपाल। साल 2019 के स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश ने एक बार फिर बाजी मारी है. इंदौर को स्वच्छता सर्वेक्षण में तीसरी बार प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है तो वहीं राजधानी भोपाल को सबसे स्वच्छ राजधानी का प्रथम पुरस्कार मिला है. इसके साथ ही उज्जैन शहर को 3 से 10 लाख वाली आबादी के शहर की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है.

स्टोरी पैकेज.

इसके अलावा नवाचार और बेस्ट प्रैक्टिस में जबलपुर शहर को श्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ है. यह पुरस्कार नहीं दिल्ली में विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति राम कोविंद के द्वारा प्रदान किए गए हैं. देर रात पुरस्कार लेकर राजधानी लौटे शहरी विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है और प्रदेश के सभी शहरों के नागरिकों और स्वच्छता अभियान में लगे हुए अधिकारी कर्मचारियों ने अपनी भागीदारी बेहद इमानदारी से निभाई है.

साथ ही कहा कि अधिकारियों-कर्मचारियों और जनता के सहयोग का परिणाम है कि मध्यप्रदेश में एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश का नाम पूरे भारत में रोशन किया है. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष प्रदेश के और कई शहर स्वच्छता सर्वेक्षण की पुरस्कार श्रेणी में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे.

देश के टॉप 100 में शामिल हैं मध्यप्रदेश के ये शहर
मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि यह प्रदेश के लिए एक गौरव का विषय है कि इंदौर शहर ने लगातार तीसरे वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में अपना प्रथम स्थान बरकरार रखा है. हमें उम्मीद है कि मध्यप्रदेश के कई अन्य शहर भी आने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश को स्वच्छता सर्वेक्षण में कुल 19 पुरस्कारों से नवाजा गया है. देश में प्रथम 100 शहरों में इंदौर, उज्जैन, देवास, खरगोन, बागदा, भोपाल, सिंगरौली, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नीमच, सागर, पीथमपुर, ग्वालियर, रतलाम, रीवा, दमोह, शिवपुरी, होशंगाबाद, खंडवा और कटनी शामिल हैं.

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वहीं नवाचार प्रयासों की श्रेणी के लिए इंदौर और उज्जैन और कचरा मुक्त शहर के लिए भी इंदौर को पुरस्कार दिया गया है. इसके साथ ही शाहगंज नगर परिषद को पश्चिमी क्षेत्र में सबसे साफ नगर परिषद का सम्मान मिला है. मझोले शहरों की श्रेणी में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नगर निगम देवास और नगर पालिका नागदा को भी सम्मानित किया गया है. कचरा मुक्त शहर की श्रेणी में नागदा, धार, खरगोन, केमोर, शाहगंज नगर परिषदों को सम्मानित किया गया है इसके अलावा उज्जैन, देवास, सिंगरौली नगर निगम को भी स्वच्छता पुरस्कार से नवाजा गया है.

Intro: ( स्पेशल एक्सक्लूसिव खबर )

स्वच्छता सर्वेक्षण में अगले वर्ष प्रदेश के और भी कई शहर करेंगे नाम रोशन = मंत्री जयवर्धन सिंह

भोपाल| वर्ष 2019 के स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश के शहरों ने एक बार फिर से प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है जहां इंदौर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है तो वही राजधानी भोपाल को सबसे स्वच्छ राजधानी का प्रथम पुरस्कार मिला है इंदौर को लगातार तीसरी वर्ष देश के सबसे स्वच्छ शहर का गौरव मिला है इसके साथ ही उज्जैन शहर को 3 से 10 लाख वाली आबादी के शहर की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है नवाचार और बेस्ट प्रैक्टिस में जबलपुर शहर को श्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ है यह पुरस्कार नहीं दिल्ली में विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति राम कोविंद के द्वारा प्रदान किए गए हैं


Body:देर रात पुरस्कार लेकर राजधानी लौटे शहरी विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है और प्रदेश के सभी शहरों के नागरिकों और स्वच्छता अभियान में लगे हुए अधिकारी कर्मचारियों ने अपनी भागीदारी बेहद इमानदारी से निभाई है जिसका परिणाम है कि मध्य प्रदेश में एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश का नाम पूरे भारत में रोशन किया है उन्होंने कहा कि अगले वर्ष प्रदेश के और कई शहर स्वच्छता सर्वेक्षण की पुरस्कार श्रेणी में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे


मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि यह प्रदेश के लिए एक गौरव का विषय है कि इंदौर शहर ने लगातार तीसरे वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में अपना प्रथम स्थान बरकरार रखा है हमें उम्मीद है कि मध्य प्रदेश के कई अन्य शहर भी आने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन करेंगे


Conclusion:उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश को स्वच्छता सर्वेक्षण में कुल 19 पुरस्कारों से नवाजा गया है देश मैं प्रथम 100 शहरों में इंदौर उज्जैन देवास खरगोन बागदा भोपाल सिंगरौली जबलपुर छिंदवाड़ा नीमच सागर पीथमपुर ग्वालियर रतलाम रीवा दमोह शिवपुरी होशंगाबाद खंडवा और कटनी शामिल है वहीं नवाचार प्रयासों की श्रेणी के लिए इंदौर और उज्जैन और कचरा मुक्त शहर के लिए भी इंदौर को पुरस्कार दिया गया है इसके साथ ही शाहगंज नगर परिषद को पश्चिमी क्षेत्र में सबसे साफ नगर परिषद का सम्मान मिला है मझौले शहरों की श्रेणी में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नगर निगम देवास और नगर पालिका नागदा को भी सम्मानित किया गया है कचरा मुक्त शहर की श्रेणी में नागदा धार खरगोन केमोर शाहगंज नगर परिषदों को सम्मानित किया गया है इसके अलावा उज्जैन देवास सिंगरौली नगर निगम को भी स्वच्छता पुरस्कार से नवाजा गया है .
Last Updated : Mar 7, 2019, 8:49 AM IST
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