भोपाल। इस साल हुई भारी बारिश में करीब 11 हजार किलोमीटर सड़कें बर्बाद हो गई हैं. कमलनाथ सरकार इन सड़कों को सुधारने के लिए मशक्कत कर रही है. जब मामले में ठेकेदारों पर कार्रवाई के लिए सड़कों के निर्माण के समय का रिकॉर्ड खंगाला गया, तो कई गड़बड़ियां सामने आई.
ठेकेदारों ने ना तो पूरे दस्तावेज जमा कराए थे और ना ही सुरक्षा निधि जमा कराई थी. इसके अलावा सड़कों के टेंडर 30% से 40% ब्लो रेट पर दे दिए गए, जिसके कारण सड़कों की गुणवत्ता अच्छी नहीं रही और सड़कें पहली ही बारिश में बह गई हैं. इन परिस्थितियों को लेकर कांग्रेस ने शिवराज काल में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री के विदेश से लौटते ही उनके संज्ञान में यह मामला लाया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी.
मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि मध्यप्रदेश में सड़कों में भारी भ्रष्टाचार हुआ है. बीजेपी की सरकार के दौरान 15 सालों में अनियमितताएं बरती गईं. घोटाले किए गए. टेंडर प्रक्रिया को बदला गया. गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया. इसीलिए पहली ही बारिश में मध्य प्रदेश की सड़कें बह गई.