भोपाल। प्रदेश में शिवराज सरकार (Shivraj Govt) के खिलाफ शुक्रवार को करीब 10 हजार मंडी कर्मचारी (Mandi Workers) काली पट्टी (black band) बांधकर काम करेंगे. कर्मचारी पेंशन-वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर पिछले साल सितंबर (september) में भी प्रदर्शन कर चुके थे, सरकार के आश्वासन के बाद उस समय प्रदर्शन को रोक दिया गया था, लेकिन एक साल बाद भी मांगे पूरी नहीं होने से कर्मचारियों में नाराजगी है.
एक साल बाद भी पूरी नहीं हुई मांगें
बता दें कि साल 2020 में मंडीकर्मियों (Mandi Workers) ने वेतन-पेंशन और मंडी बोर्ड में मर्ज करने के लिए आंदोलन (Protest) किया था. कई दिनों के धरना प्रदर्शन (Protest) के बाद सरकार ने सितंबर-अक्टूबर 2020 में मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था. वहीं संयुक्त संघर्ष मोर्चा मप्र मंडी बोर्ड के पदाधिकारियों का कहना है कि एक साल बाद भी मांगें पूरी नहीं हो सकी हैं. ऐसे में कर्मचारी सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए शुक्रवार को सभी मंडी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे.
बड़े आंदोलन की चेतावनी
मंडी कर्मियों का कहना है कि यदि सरकार ने मांगों के निराकरण करने का वादा नहीं निभाया, तो आगामी कुछ दिनों में प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन देखने को मिलेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंडी कर्मियों की मांगों को लेकर प्रस्ताव तो बन चुका है, लेकिन वरिष्ठ अफसरों के पास ही फाइल पेंडिंग है. दरअसल, सरकार ने मांगों का निराकरण 3 महीने में करने की बात कही थी, लेकिन 1 साल बीत जाने के बाद भी निराकण नहीं किया जा सका है.