भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने विदेशी और भगवान के चित्र वाले पटाखे पर बैन लगाया है. भोपाल में बड़ी संख्या में पटाखे की दुकान है और यहां से आसपास के इलाकों में भी पटाखे सप्लाई होते हैं. सरकार ने दीपावली के 10 दिन पहले अचानक यह फैसला लिया है, जिसको लेकर प्रशासन ने भी नए सिरे से तैयारियां शुरू कर दी है कि किस तरह से विदेशी और भगवान के चित्र वाले पटाखे मार्केट में न बिके. वहीं सरकार के फैसले पर पटाखा व्यापारियों को कोई फर्क नहीं पड़ा है, क्योंकि वो पहले से उसको लेकर तैयार थे.
सरकार के आदेश के बाद चाइनीस और चित्र वाले पटाखे बाजार में ना बिके इसको लेकर भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि जो नियम बनाए गए हैं. वह बहुत पहले से हैं विदेशी पटाखे नहीं बेचे जाएंगे और इसमें कोई कोताही नहीं बरत सकेगा. प्रशासन इसको लेकर बर्दाश्त नहीं करेगा. जिला प्रशासन ने फ्लाइंग स्क्वॉड बनाया है, जो अचानक पटाखे की दुकान पर पहुंचकर पटाखे के सैंपल लेंगे और जांच करेंगे. अगर नियम का उल्लंघन किया गया तो दुकानों को सील किया जाएगा और लाइसेंस भी निरस्त होगा. वहीं भगवान के चित्र वाले पटाखे को लेकर कलेक्टर का कहना है कि ऐसी गतिविधियां ना हो जिससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे और इससे हमें सुनिश्चित करना है.
नहीं बेचते चाइनीस और भगवान वाले पटाखा
सरकार के फैसले पर दुकानदारों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है. व्यापारी का कहना है, विदेशी पटाखे अब आते नहीं हैं पूरे भोपाल में विदेशी पटाखे कहीं नहीं मिलेंगे. बहुत पहले विदेशी पटाखे आते थे. अब दिल्ली में ही चाइनीस पटाखे बनने लगे हैं. इसके अलावा तमिलनाडु के शिवकाशी से पटाखे और ग्वालियर से फुलझड़ी आती हैं. वहीं भगवान के चित्र वाले पटाखे को लेकर व्यापारियों का कहना है कि भगवान के चित्र वाले पटाखे अब नहीं बिकते हैं. जिन दुकानों में पटाखे हैं वो स्टॉक पुराना है.
सस्ते होने के कारण बिकते थे चाइनीस पटाखे
पटाखा एसोसिएशन के अध्यक्ष दौलतराम सबनानी का कहना है कि तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी पटाखे ना बेचने का आह्वान किया था. उसी समय से चाइनीस पटाखा आना बंद हो गया है. अब इंडिया वालों ने ही चाइनीज पैटर्न पर पटाखा बनाना शुरू कर दिया है. वहीं चाइनीस माल इंडिया में बनने लगा है तो चाइनीज माल क्यों बेचेंगे. चाइनीज पटाखे में जो केमिकल यूज किया जाता था. वह हिंदुस्तान में नहीं किया जाता, देश में दूसरे केमिकल से पटाखे बनाए जा रहे हैं ये जरूर है कि जो चाइनीज पटाखे थे तो वह सस्ते होते थे.
हंगामे के बाद नहीं बिकते भगवान वाले पटाखे
भगवान के चित्र वाले फोटो को लेकर दौलतराम सबनानी का कहना है कि चार साल पहले बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था. उसी समय तय हुआ था, भगवान के फोटो के पटाखे नहीं बेचेंगे. भोपाल के दुकानदारों ने उसी समय से तय कर लिया था कि भगवान से जुड़े पटाखे नहीं बेचे जाएंगे. यह जरूर है कई ग्रामीण इलाकों में लक्ष्मी क्रेकर मांगते हैं और उसी कारण इस तरीके की पटाखे दुकानों पर दिखते हैं. लेकिन भोपाल के दुकानदारों ने पटाखा बनाने वालों से साफ कह दिया है कि किसी भी तरह के भगवान से जुड़े फोटो वाले पटाखे ना भेजें.
कोविड 19 का असर 50 फीसदी व्यापार
इस बार पटाखा व्यापार पर लॉकडाउन और कोविड-19 का असर देखने को मिल रहा है.पिछली बार के मुकाबले सिर्फ 50 फीसदी व्यापार हुआ है. जिसने व्यापारियों की चिंताएं बढ़ा दी है, क्योंकि बड़ी मात्रा में व्यापारियों ने माल मंगवा लिया है.