भोपाल। प्रदेश में चल रहे वर्ग 3 भर्ती परीक्षा में चयनित शिक्षकों के प्रदर्शन के बीच उनके ऊपर आपराधिक मामला दर्ज करने को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने प्रदेश सरकार को घेरा है.
कमलनाथ ने लिखा- "अगर इन शिक्षकों पर आपराधिक मामले होते हैं, तो उनकी नियुक्ति में परेशानी आएगी. ऐसे में प्रदेश सरकार इन पर लगे सारे आपराधिक मामले वापस ले और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर इन्हें नियम अनुसार नियुक्ति प्रदान की जाएगी"
सरकार ने नहीं जारी किए नियुक्ति पत्र: कमलनाथ ने कहा, "मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक (वर्ग-3) भर्ती परीक्षा 2020 में चयनित 882 ओबीसी अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेश जारी नहीं किए गए हैं. ये अभ्यर्थी आयुक्त स्कूल शिक्षा के कार्यालय के सामने नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. मुझे जानकारी मिली है कि वे सभी अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. इनमें से कई अभ्यर्थियों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए गए हैं."
"आपराधिक प्रकरण दर्ज होने से उनकी नियुक्ति में बाधा आएगी. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि तत्काल इन सभी अभ्यर्थियों पर लगाए गए मामले वापस लिए जाएं. रिक्त पदों पर चयन की विधिवत प्रक्रिया पूरी करने के बाद नियुक्ति आदेश जारी न करना शिवराज सरकार की मनमानी और तानाशाही को दर्शाता है."
"मैं इन शिक्षकों की मांगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए यह आश्वासन देता हूं कि कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर नियमानुसार चयनित शिक्षकों को नियुक्ति दी जाएगी. चयनित शिक्षकों के द्वारा नियुक्ति की मांग को लेकर दर्ज किए गए अपराधिक प्रकरण समाप्त करने पर न्यायपूर्ण कार्रवाई की जाएगी."
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BJP कार्यालय पर किया था प्रदर्शन: इसके पहले चयनित शिक्षकों ने बीजेपी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की थी. उन्होंने अपनी मांग को लेकर सरकार को घेरा था. चयनित शिक्षको का आरोप है कि वर्ग 3 के 6400 अभ्यर्थियों मे से 5400 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटने का कार्यक्रम सरकार कर चुकी है. 800 चयनित (OBC) अभ्यार्थी जिनके नियुक्ति आदेश बिना किसी कारण के रोक लिए गये हैं, वो सड़क पर बैठे हैं.
BJP प्रदेश अध्यक्ष ने की थी मुलाकात: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी इनसे मिलने पहुंचे थे, और उनकी बात को सुना था. यहां वीडी शर्मा ने इनको आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम करेंगे और CM से भी इनको मिलवाया जाएगा. इसके बाद चयनित शिक्षक बीजेपी कार्यालय के बाहर से रवाना हुए थे। लेकिन अगले दिन ही सरकार ने भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन करने के चलते कई शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करवाई थी. यह सरकार की दोहरी नीति को उजागर करता है.
भविष्य को लेकर चिंता: चयनित शिक्षको का कहना है- " वे वर्ग 3 प्राथमिक शिक्षक भर्ती के चयनित अभ्यार्थी है, जिनका अंतिम चयन होने एवं जिला आवंटन होने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्ति आदेश बिना किसी कारण के रोक दिये गये है. इन्हें अगर अभी नियुक्ति पत्र नहीं दिए जाते तो आने वाले समय में उनके भविष्य का क्या होगा. इनके अन्य साथियों को नियुक्ति पत्र दे दिए गए हैं. इन्हें समझ में नहीं आ रहा.