ETV Bharat / state

Madhya Pradesh की Bhoj Open University रामचरित मानस से पढ़ा रही है science, शुरू हुआ diploma course

मध्य प्रदेश Madhya Pradesh के भोज मुक्त विश्वविद्यालय Bhoj Open University ने रामचरितमानस ramcharit manas में 'विज्ञान science से सामाजिक उत्थान' नाम से एक डिप्लोमा कोर्स diploma course चालू किया है.

mp bhoj university
मध्य प्रदेश का भोज मुक्त विश्वविद्यालय राम चरित्र मानस से पढ़ा रहा है
author img

By

Published : Nov 23, 2021, 9:49 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश Madhya Pradesh के भोज मुक्त विश्वविद्यालय Bhoj Open University ने रामचरितमानस ramcharit manas में 'विज्ञान science से सामाजिक उत्थान' नाम से एक डिप्लोमा कोर्स diploma course चालू किया है. इसके कोर्स में रामचरितमानस की चौपाइयों से पर्यावरण, जीव विज्ञान, रसायन शास्त्र, और भौतिक विज्ञान से जोड़कर ओम का वैज्ञानिक अर्थ समझाने का प्रयास किया गया है. भोज विश्वविद्यालय के इस डिप्लोमा कोर्स को पिछले वर्ष भी कई स्टूडेंट मिले थे और इस बार भी 50 से अधिक स्टूडेंट इस diploma course डिप्लोमा कोर्स के लिए एडमिशन ले चुके हैं. डिप्लोमा शुरू किए जाने का मुख्य उद्देश्य इस बात को स्थापित करना है कि सनातन धर्म विज्ञान पर आधारित है.

mp bhoj university

रामचरित मानस की चौपाईयों' में छिपा है विज्ञान

mp bhoj university
मध्य प्रदेश का भोज मुक्त विश्वविद्यालय राम चरित्र मानस से पढ़ा रहा है

रामचरितमानस ramcharit manas की चौपाई से डिप्लोमा कोर्स diploma course में मानस के अलग अलग कांड से कई चौपाईयों को लिया गया है. इस चौपाईयों में छुपे विज्ञान के महत्व को समझाया गया है. जैसे एक चौपाई मानस के उत्तरकांड से ली गई है.

' हिमगिरी कोटी अचल रघुवीरा सिंधु कोटि सत राम गंभीरा

रामचरितमानस ramcharit manas की इस चौपाई से स्टूडेंट को विद्युत चुंबकीय क्षेत्र, गुरुत्वाकर्षण के परिणामी बल के बारे में बताया जाएगा. इसी तरह इस डिप्लोमा कोर्स में चौपाइयों के आधार पर ही रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, पर्यावरण और भौतिकी को जानने और समझने का मौका भी इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को मिलता है.

अयोध्या शोध संस्थान की मदद से तैयार हुआ पाठ्यक्रम

भोज यूनिवर्सिटी Bhoj Open University ने रामचरितमानस ramcharit manas ने इस सामाजिक विकास डिप्लोमा कोर्स diploma course को उत्तर प्रदेश के अयोध्या शोध संस्थान की मदद से तैयार कराया है. इसमें विद्यार्थी पत्थर पर लिखे श्री राम राम से समुद्र में पत्थरों के तैरने, ध्वनि की गति से पुष्पक विमान के उड़ने के संबंध में अध्ययन कर सकते हैं. श्री राम के वनवास के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यावरण विज्ञान का अध्ययन करने का मौका भी विद्यार्थियों को मिलेगा. डिप्लोमा कोर्स diploma course करने में इंट्रस्टेड स्टूडेंट्स की संख्या को बढ़ता देख विश्वविद्यालय ने इसकी एडमिशन डेट 15 नवंबर से बढ़ाकर 30 नवंबर कर दी है.

चौपाईयों से मैथ्स और केमेस्ट्री के कठिन सूत्र भी बनेंगे सरल

गणित विज्ञान व रसायन के कठिन सूत्र भी रामचरित मानस की चौपाईयों के माध्यम से सरलता से समझाए जाएंगे. जैसे प्रभाविता का नियम ( law of domintionn) मेंडेलिज्म का आर्थिक महत्व (Econimic Importance of manclism) जैसे हजारों नियमों और सूत्रों को आसान शब्दों में रामचरित मानस की चौपाइयों के आधार पर समझाया गया है. जैसे न्यूटन ने दुनिया को गुरुत्वाकर्षण और गति के नियमों के बारे में बताया था यह सभी सिद्धांत प्रकृति से जुड़े हुए हैं और आज गणित भौतिकी और रसायन विज्ञान के कई जटिल सूत्रों को भोज यूनिवर्सिटी के इस पाठ्यक्रम में रामचरित मानस ramcharit manas की चौपाइयों के माध्यम से सरल बनाया गया है.

रामचरित मानस एक ग्रंथ नहीं बल्कि पूरा विज्ञान है- कुलपति

भोज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर जयंत सोनवलकर ने बताया कि भारत की प्राचीन सनातन परंपराओं का आज की शिक्षा पद्धति में कोई योगदान नहीं दिखाई देता है. यह सवाल हमेशा उठता रहा है. इस विषय को लेकर भोज विश्वविद्यालय Bhoj Open University ने अध्ययन के आधार पर रामचरित मानस ramcharit manas केवल एक ग्रंथ नहीं है पूरा विज्ञान है. इससे काफी लोग जुड़े हुए है और आज के विद्यार्थियों में उसको जानने की काफी उत्सुकता है. उन्हीं के अच्छे तरीके से प्रस्तुतीकरण के लिए यह डिप्लोमा कोर्स शुरू किया गया है. कुलपति कहते हैं कि काफी संख्या में विद्यार्थी इसमें रुचि ले रहे हैं और उम्मीद है कि इस साल, पिछले साल से अधिक विद्यार्थियों के प्रवेश लेने की उम्मीद है.

भोपाल। मध्य प्रदेश Madhya Pradesh के भोज मुक्त विश्वविद्यालय Bhoj Open University ने रामचरितमानस ramcharit manas में 'विज्ञान science से सामाजिक उत्थान' नाम से एक डिप्लोमा कोर्स diploma course चालू किया है. इसके कोर्स में रामचरितमानस की चौपाइयों से पर्यावरण, जीव विज्ञान, रसायन शास्त्र, और भौतिक विज्ञान से जोड़कर ओम का वैज्ञानिक अर्थ समझाने का प्रयास किया गया है. भोज विश्वविद्यालय के इस डिप्लोमा कोर्स को पिछले वर्ष भी कई स्टूडेंट मिले थे और इस बार भी 50 से अधिक स्टूडेंट इस diploma course डिप्लोमा कोर्स के लिए एडमिशन ले चुके हैं. डिप्लोमा शुरू किए जाने का मुख्य उद्देश्य इस बात को स्थापित करना है कि सनातन धर्म विज्ञान पर आधारित है.

mp bhoj university

रामचरित मानस की चौपाईयों' में छिपा है विज्ञान

mp bhoj university
मध्य प्रदेश का भोज मुक्त विश्वविद्यालय राम चरित्र मानस से पढ़ा रहा है

रामचरितमानस ramcharit manas की चौपाई से डिप्लोमा कोर्स diploma course में मानस के अलग अलग कांड से कई चौपाईयों को लिया गया है. इस चौपाईयों में छुपे विज्ञान के महत्व को समझाया गया है. जैसे एक चौपाई मानस के उत्तरकांड से ली गई है.

' हिमगिरी कोटी अचल रघुवीरा सिंधु कोटि सत राम गंभीरा

रामचरितमानस ramcharit manas की इस चौपाई से स्टूडेंट को विद्युत चुंबकीय क्षेत्र, गुरुत्वाकर्षण के परिणामी बल के बारे में बताया जाएगा. इसी तरह इस डिप्लोमा कोर्स में चौपाइयों के आधार पर ही रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, पर्यावरण और भौतिकी को जानने और समझने का मौका भी इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को मिलता है.

अयोध्या शोध संस्थान की मदद से तैयार हुआ पाठ्यक्रम

भोज यूनिवर्सिटी Bhoj Open University ने रामचरितमानस ramcharit manas ने इस सामाजिक विकास डिप्लोमा कोर्स diploma course को उत्तर प्रदेश के अयोध्या शोध संस्थान की मदद से तैयार कराया है. इसमें विद्यार्थी पत्थर पर लिखे श्री राम राम से समुद्र में पत्थरों के तैरने, ध्वनि की गति से पुष्पक विमान के उड़ने के संबंध में अध्ययन कर सकते हैं. श्री राम के वनवास के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यावरण विज्ञान का अध्ययन करने का मौका भी विद्यार्थियों को मिलेगा. डिप्लोमा कोर्स diploma course करने में इंट्रस्टेड स्टूडेंट्स की संख्या को बढ़ता देख विश्वविद्यालय ने इसकी एडमिशन डेट 15 नवंबर से बढ़ाकर 30 नवंबर कर दी है.

चौपाईयों से मैथ्स और केमेस्ट्री के कठिन सूत्र भी बनेंगे सरल

गणित विज्ञान व रसायन के कठिन सूत्र भी रामचरित मानस की चौपाईयों के माध्यम से सरलता से समझाए जाएंगे. जैसे प्रभाविता का नियम ( law of domintionn) मेंडेलिज्म का आर्थिक महत्व (Econimic Importance of manclism) जैसे हजारों नियमों और सूत्रों को आसान शब्दों में रामचरित मानस की चौपाइयों के आधार पर समझाया गया है. जैसे न्यूटन ने दुनिया को गुरुत्वाकर्षण और गति के नियमों के बारे में बताया था यह सभी सिद्धांत प्रकृति से जुड़े हुए हैं और आज गणित भौतिकी और रसायन विज्ञान के कई जटिल सूत्रों को भोज यूनिवर्सिटी के इस पाठ्यक्रम में रामचरित मानस ramcharit manas की चौपाइयों के माध्यम से सरल बनाया गया है.

रामचरित मानस एक ग्रंथ नहीं बल्कि पूरा विज्ञान है- कुलपति

भोज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर जयंत सोनवलकर ने बताया कि भारत की प्राचीन सनातन परंपराओं का आज की शिक्षा पद्धति में कोई योगदान नहीं दिखाई देता है. यह सवाल हमेशा उठता रहा है. इस विषय को लेकर भोज विश्वविद्यालय Bhoj Open University ने अध्ययन के आधार पर रामचरित मानस ramcharit manas केवल एक ग्रंथ नहीं है पूरा विज्ञान है. इससे काफी लोग जुड़े हुए है और आज के विद्यार्थियों में उसको जानने की काफी उत्सुकता है. उन्हीं के अच्छे तरीके से प्रस्तुतीकरण के लिए यह डिप्लोमा कोर्स शुरू किया गया है. कुलपति कहते हैं कि काफी संख्या में विद्यार्थी इसमें रुचि ले रहे हैं और उम्मीद है कि इस साल, पिछले साल से अधिक विद्यार्थियों के प्रवेश लेने की उम्मीद है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.