भोपाल। तो बड़ा सवाल ये है कि बीजेपी की ये बंपर जीत किसके खाते में जाएगी. क्या ये मोदी मैजिक कहलाएगा...या इसे शिवराज की लाड़ली बहनों का दुलार कहा जाएगा. क्या वाकई एमपी के मन में मोदी मतदान से पहले बीजेपी का नारा नतीजों के बाद एमपी की हकीकत बन गया. या धुंआधार सभाएं करते शिवराज ने अकेले के बूते ये बता दिया कि एमपी में तो शिवराज से ही मुमकिन है. 2003 के बाद ये पहला चुनाव था जब बीजेपी ने राज्य के नेतृत्व को किनारे करके मोदी के चेहरे पर टीम 11 उतारी थी.
वीडी कैलाश ने बताया मोदी है तो मुमकिन है: एमपी में बीजेपी की बंपर जीत मोदी मैजिक का नतीजा है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और प्रदश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस पर मुहर लगाई है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि मोदी की गारंटी का प्रभाव पूरे देश में हैं. उन्होंने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम में तेलंगना को छोड़कर बीजेपी को मिली बढ़त का पूरा श्रेय पीएम मोदी को दिया है. उधर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कहा है कि फिर एक बार मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने जनता ने ये आशीर्वाद दिया है.
क्या मामा की मेहनत का नतीजा है ये: तो क्या ये बीजेपी की बंपर जीत केवल मामा की मेहनत का नतीजा है. शिवराज बीजेपी के अकेले ऐसे नेता थे. जिन्होंने पूरे प्रचार के दौरान 165 सेज्यादा सभाएं की थी. क्या ये जीत उनकी उस उर्जा की है, जिसमें बिना रुके बिना थके, उन्होंने एक दिन में तीन से चार जनसभाएं की और दौड़ते रहे.
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बहनों ने दे दिया क्या रिटर्न गिफ्ट: एमपी में करीब एक करोड़ तीस लाख लाड़ली बहनों के रजिस्ट्रेशन हुए थे. क्या ये लाड़ली बहना का बीजेपी को दिया रिटर्न गिफ्ट है. बीजेपी ने एन चुनाव से पहले ये योजना लांच की और इसका लाभ महिलाओं को वोटिंग के महीने में भी पहुंचा. इस बार 29 ऐसी विधानसभा सीटें थी जहां महिला वोटर ही निर्णायक भी थी.