हैदराबाद। सुहगिनों का सबसे बड़ा त्योहार करवा चौथ इस साल 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं. करवा चौथ की रौनक बाजारों में भी देखने को मिल रही हैं. दुकानों में करवा चौथ कथा की पुस्तक, चलनी, श्रृंगार के सामान की खरीदारी बढ़ गई है.
इस बार करवा चौथ पर शुभ संयोग
इस बार का करवा चौथ अपने साथ शुभ संयोग लेकर आया है. माना जा रहा है कि इस तरह का शुभ संयोग 5 सालों के बाद बन रहा है. इस बार करवा चौथ के व्रत की पूजा रोहिणी नक्षत्र में की जायेगी. साथ ही रविवार को करवा चौथ होना शुभ माना जाता है. रविवार को सूर्य की उपासना का दिन माना जाता है और करवा चौथ के दिन रविवार होना बेहद शुभ होता है.
Karwa Chauth 2021: 24 अक्टूबर को सुहागनों का सबसे बड़ा त्योहार, जानिए क्यों मनाया जाता है करवा चौथ
चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलेगी महिलाएं
करवा चौथ के मौके पर सभी सुहागिन महिलाएं दुल्हन की तरह श्रृंगार करती हैं. करवा चौथ के दिन मां पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी की पूजा होती है. इस दिन सुहागिन महिलाएं सूर्योदय से पहले सरगी खाती हैं और सूर्योदय के बाद से चंद्रोदय तक पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. व्रत रखने वाली महिलाएं चंद्र दर्शन के बाद ही अपना व्रत खोलती है. महिलाएं पूजा करने के बाद पति के हाथों से जल ग्रहण करती हैं और अपना व्रत खोलती है.
करवा चौथ पूजन का मुहूर्त
इस बार करवा चौथ 24 अक्टूबर को आ रहा है. चतुर्थी तिथि का आरंभ 24 अक्टूबर को सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर होगा. जिसका समापन अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर होगा. इस बार चांद निकलने का समय 8 बजकर 11 मिनट पर है. पूजन का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 06:55 से लेकर 08:51 तक रहेगा.