भोपाल। चुनावी साल में सीएम शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री निवास पर नवमी के मौके पर कन्यायों को भोज कराया. मुख्यमंत्री निवास पर पधारी कन्याओं का CM शिवराज सिंह के साथ उनकी पत्नी ने पूजन भी किया. वहीं भोपाल सीटों के प्रत्याशियों ने भी कन्या पूजन कर आशीर्वाद लिया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कन्याओं के साथ बातचीत की और उनको अपने हाथों से खाना भी परोसा. इस मौके पर ईटीवी भारत से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खास बातचीत की.
350 से अधिक कन्याओं के पांव पखारे: सीएम शिवराज व पत्नी साधना सिंह ने महानवमी पर कन्या पूजन कर, 350 से अधिक कन्याओं के पांव पखारे. कन्याभोज कार्यक्रम में भोपाल शहर के सभी 6 भाजपा प्रत्याशी भी मौजूद रहे. इस मौके पर सीएम शिवराज ने कहा कि ''बेटियों से भेदभाव वाली मानसिकता भुला दे, मां, बहन, बेटियों का सम्मान करें. बहन-बेटियों के सशक्तिकरण के लिए हमने अनेकों कदम उठाए हैं. बहनों को संसद और विधानसभा में 33% आरक्षण देने पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद."
हम कन्याओं में साक्षात देवियों को देखते हैं: मुख्यमंत्री निवास पर महानवमी के पावन पर्व पर कन्या पूजन और कन्या भोज का वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व उनकी पत्नी साधना सिंह ने कन्या पूजन, उनके पांव पखारे. कन्या पूजन कार्यक्रम में लगभग 350 से भी ज्यादा कन्याएं मौजूद रहीं. मुख्यमंत्री शिवराज ने इस मौके पर देश व प्रदेश वासियों को नवरात्रि व महानवमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, ''हमने 9 दिन माँ की उपासना की, आज कन्याएं यहां आई हैं, ये कन्या नहीं हैं, बेटियाँ हैं. हम इनमें साक्षात देवियों को देखते हैं. भारतीय संस्कृति में हमेशा बहन-बेटियों और स्त्रियों का स्थान बहुत ऊंचा रहा है. जहां माँ-बहन और बेटी का सम्मान होगा वहाँ भगवान निवास करेंगे.''
भेदभाव की मानसिकता भुला दें: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि, ''मैं कोई भी कार्यक्रम करता हूं तो सबसे पहले बेटियों के पैर धोता हूं, पूजा करता हूं, यह केवल कर्मकांड नहीं है, यह समाज को संदेश हैं कि बेटियों का सम्मान करो उनको समाज में स्थान दो. स्त्री और पुरुष दोनों का धरती के संसाधनों पर बराबर का अधिकार है. वो अधिकार उन्हें मिलना चाहिए वो सम्मान उन्हें मिलना चाहिए और इसलिए हम योजनाओं के माध्यम से भरपूर प्रयास कर रहें हैं. लेकिन बेटियों के साथ भेदभाव वाली मानसिकता को पूरी तरह भुलाना होगा. हम अपनी बहन-बेटियों का मान-सम्मान करेंगे और उनको स्थान देंगे. शिक्षा के क्षेत्र में हमने कई कदम उठाए हैं.आगे हमारा संकल्प है कि बेटियों के लिए उच्च शिक्षा तक की पढ़ाई पूरी तरह से निशुल्क हो. बेटियों के लिए अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यह मेरी प्रार्थना है कि समाज भी अपनी ड्यूटी निभाएं.''
बहनों को मजबूर नहीं, मजबूत बनाना है: सीएम शिवराज ने कहा कि, ''इस कार्यक्रम के माध्यम से मैं यह संदेश देना चाहता हूं, कि, मां-बहन और बेटी के आगे बढ़े बिना देश-प्रदेश प्रगति नहीं कर सकता. भाजपा सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह योजना, स्थानीय निकाय के चुनाव में 50 प्रतिशत रिजर्वेशन, संपत्ति खरीदें तो स्टांप शुल्क कम लगना, पुलिस में बेटियों की भर्तियां ऐसे कई प्रयास किए हैं. बहनों को मजबूर नहीं मजबूत बनाने का काम करना है.'' उन्होंने कहा कि, ''बहुत तकलीफ होती है जब दुराचार जैसी घटनाएं होती हैं, जो हमारी आत्मा को हिला देती हैं. बेटियों के प्रति समाज का यह कैसा दृष्टिकोण है. समाज को आत्म अवलोकन की जरूरत है. सरकार अपना काम करेगी लेकिन समाज को भी अपना काम करना पड़ेगा.'' संसद और विधानसभा में बहनों को 33% आरक्षण देने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद ज्ञापित किया.
भाजपा प्रत्याशी भी रहे मौजूद: मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम में भोपाल शहर के छह भाजपा प्रत्याशी भी उपस्थित रहे. इस कार्यक्रम में कन्याओं के पूजन और स्वागत-सत्कार के साथ-साथ भजन मंडलियों द्वारा भजनों की मनमोहक प्रस्तुति भी दी गई. गौरतलब है कि महिला सशक्तीकरण के लिए सीएम शिवराज ने कई कदम उठाए हैं. प्रदेश में 44 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी बेटियां और 1 करोड़ 32 लाख से अधिक लाड़ली बहनें हैं. हमारी सरकार ने आज बेटियों और महिलाओं के सशक्तिकरण के अनेकों कदम उठाएं हैं.