भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक और पत्र लिखा है. पत्र में कमलनाथ ने गेहूं और चने के उपार्जन के बाद भुगतान राशि में से फसल ऋण की राशि की कटौती बंद करने की मांग की है. कमलनाथ ने कहा है कि कोरोना महामारी के समय में ऋण की कटौती व्यवहारिक नहीं है. इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जाना चाहिए.
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बुवाई करने में किसानों को होगी परेशानी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पत्र में लिखा है कि खरीफ की फसल की बुआई के लिए किसानों को खाद बीज भी व्यवस्था करना है. उपार्जन की पूरी राशि न मिलने से किसानों को संकट का सामना करना पड़ रहा है. वहीं प्रदेश में पिछले 2 सालों से सोयाबीन की फसल प्रभावित हो रही है. इससे किसानों की लगातार लागत बढ़ती जा रही है. कमलनाथ ने सरकार से मांग की है कि उपार्जन की पूरी राशि किसानों को उपलब्ध कराई जाए साथ की सोयाबीन का बीज कम दरों पर उपलब्ध कराया जाए.