भोपाल| प्रदेश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है, मुख्यमंत्री स्वयं लगातार समीक्षा बैठक कर अधिकारियों से पूरे प्रदेश में किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट ले रहे हैं. साथ ही लगातार अधिकारियों को नई दिशा निर्देश भी दिए जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर विपक्ष लगातार सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखते हुए एक 55 वर्षीय व्यक्ति की भूख से मौत होने पर निंदा की है, साथ ही इसे प्रदेश के माथे पर कलंक बताया है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पत्र में लिखा है कि धामनोद की ग्राम पंचायत दूधी में एक 55 वर्षीय नागरिक की भूख से मृत्यु का हृदय विदारक समाचार आपने पढ़ा ही होगा. देश में भोजन के अधिकार का कानून होते हुए भी राज्य में भूख से मृत्यु होना निंदनीय तो है ही, लेकिन इस बात का संकेत भी है कि जिन व्यवस्थाओं का दावा सरकार कर रही है वह नागरिकों तक नहीं पहुंच रही है, यह प्रदेश के माथे पर कलंक है.
उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से आग्रह किया है कि दिवंगत सुंदर लाल पिता रतनलाल की मृत्यु के प्रकरण में पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए. उनके आश्रितों का पता लगाकर सरकार उन्हें 10 लाख रुपए का मुआवजा दे ताकि वे भी भूख का शिकार ना हो जाए. साथ ही कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश वासियों में विश्वास और सुरक्षा का वातावरण बना रहे, जिसके लिए उन्होंने प्रकरण की ज्यूडिशियल जांच की मांग की है.