भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लॉकडाउन में बन रहे विपरीत हालातों को लेकर लगातार अपने पत्रों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को आगाह कर रहे हैं. कमलनाथ ने मंदिरों की व्यवस्था गड़बड़ाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखा था और पुजारी और पंडितों के लिए सहायता राशि देने की मांग की थी. इसके बाद शिवराज सरकार ने पुजारियों के लिए राहत पैकेज भी जारी किया था.
एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बौद्ध विहार की व्यवस्था संचालन के लिए लॉक डाउन के कारण हो रही परेशानी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखा है. कमलनाथ ने पत्र में कहा है कि बौद्ध विहार की व्यवस्था दान आदि से चलती है. बौद्ध भिक्षु भी इसी तरह से अपना जीवन यापन करते हैं, लेकिन लॉक डाउन के कारण दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं के ना आने से तमाम व्यवस्था गड़बड़ा गई हैं. जिसके चलते बौद्ध विहार के संचालन और बौद्ध भिक्षुओं के जीवन यापन के लिए कम से कम 3 माह तक साढ़े सात हजार रूपए की राहत राशि दें.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मध्य प्रदेश में हजारों बौद्ध विहार हैं. इनका संचालन सामाजिक संस्थाओं और मठ में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए दान आदि से चलता है. बौद्ध-भिक्षुओं का जीवन यापन भी इसी व्यवस्था से होता है. लॉक डाउन के कारण मठों में श्रद्धालुओं के नहीं आने से बौद्ध भिक्षुओं के जीवन यापन में कठिनाइयां रही हैं. ऐसे समय में सरकार को इनका सहयोग करना चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से अनुरोध किया है कि प्रदेश के सभी बौद्ध विहारों में पूजा-अर्चना करने वाले बौद्ध भिक्षुओं को कम से कम 3 माह तक 7500 रूपये आर्थिक सहायता प्रदान करने का कष्ट करें.