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चुनावी रणनीति बनाने के बाद अब मैदान में उतरेंगे कमलनाथ, 3 जुलाई से करेंगे अभियान की शुरुआत

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Published : Jul 2, 2020, 2:28 PM IST

कमलनाथ 3 जुलाई से उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत बदनावर विधानसभा सीट से करेंगे. कमलनाथ हर मतदाता तक यह बात पहुंचाना चाहते हैं कि, चुनी गई सरकार को किस तरीके से गिराया गया है.

Kamal Nath
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

भोपाल। सरकार गिरने के बाद उपचुनाव के लिए रणनीति बनाने में जुटे कमलनाथ अब मैदान में नजर आएंगे. कमलनाथ 3 जुलाई से प्रचार अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं. इस अभियान की शुरुआत बदनावर विधानसभा क्षेत्र से होगी. यहां से कांग्रेस के विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव सिंधिया के साथ बगावत कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कमलनाथ अपने प्रचार अभियान की शुरुआत इसी सीट से करने जा रहे हैं, हालांकि कोरोना के कारण जमीनी स्तर पर होने वाले प्रचार अभियान में कई तरह की कठिनाइयां आएंगी, लेकिन उपचुनाव की नजदीक देख राजनीतिक दल अब जमीनी सक्रियता बढ़ाएंगे.

कांग्रेस का फोकस जहां बूथ मैनेजमेंट पर है, वहीं कमलनाथ हर मतदाता तक यह बात पहुंचाना चाहते हैं कि, चुनी गई सरकार को किस तरीके से गिराया गया है. सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर चुनाव अभियान शुरू किया जा रहा है.

चंद्र प्रभास शेखर,कांग्रेस संगठन प्रभारी

ये है बदनावर सीट के समीकरण

दिसंबर 2018 में हुए चुनाव में राजवर्धन सिंह ने बीजेपी के प्रत्याशी भंवर सिंह शेखावत को 41,506 मतों से हराया था. राजवर्धन सिंह को 84,499 मत हासिल हुए थे, वही भंवर सिंह शेखावत को 42,293 मत मिले थे. दत्तीगांव मंत्री ना बनाए जाने से नाराज थे. इसलिए उन्होंने सिंधिया के साथ कांग्रेस से बगावत कर दी थी. सरकार गिरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पिछले तीन महीने से भोपाल में ही डेरा डाले हुए हैं. यहां उन्होंने 24 विधानसभा उपचुनाव के लिए रणनीति तैयार करने का काम किया है.

कमलनाथ की कार्यकर्ताओं को हिदायत

बता दें कि, 1-1 विधानसभा के समीकरणों को ध्यान रखते हुए अलग- अलग रणनीति बनाई गई है. इसी रणनीति के तहत अब कमलनाथ जमीनी स्तर पर अपना चुनाव अभियान शुरू करने वाले हैं. कमलनाथ ने अपने कार्यकर्ताओं को साफ तौर पर हिदायत दी है कि, वो उपचुनाव को हल्के में ना लें, उनका मुकाबला भाजपा के संगठन से है. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस की अलग-अलग इकाइयों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपने का काम किया है. उनका मानना है कि, मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जिस तरह से गिराया गया है, यह बात उपचुनाव वाली विधानसभा क्षेत्र के हर मतदाता तक पहुंचने चाहिए. वहीं उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन सरकारी कर्मचारियों पर भी नजर रखने के लिए कहा है,जो चोरी-छिपे भाजपा के समर्थन काम कर रहे हैं.

बदनावर में कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे कमलनाथ

कमलनाथ के चुनाव अभियान को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी चंद्र प्रभास शेखर का कहना है कि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बहुत पहले से, लगभग दो ढाई महीने से चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी थी, उन्होंने प्रत्येक विधानसभा सीट के संदर्भित लोगों से चर्चा भी की. कल 3 जुलाई को बदनावर जाएंगे, वहां हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलेंगे, उनसे चर्चा करेंगे. वहां सब की सलाह से विजयी होने की रणनीति तैयार करेंगे.

भोपाल। सरकार गिरने के बाद उपचुनाव के लिए रणनीति बनाने में जुटे कमलनाथ अब मैदान में नजर आएंगे. कमलनाथ 3 जुलाई से प्रचार अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं. इस अभियान की शुरुआत बदनावर विधानसभा क्षेत्र से होगी. यहां से कांग्रेस के विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव सिंधिया के साथ बगावत कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कमलनाथ अपने प्रचार अभियान की शुरुआत इसी सीट से करने जा रहे हैं, हालांकि कोरोना के कारण जमीनी स्तर पर होने वाले प्रचार अभियान में कई तरह की कठिनाइयां आएंगी, लेकिन उपचुनाव की नजदीक देख राजनीतिक दल अब जमीनी सक्रियता बढ़ाएंगे.

कांग्रेस का फोकस जहां बूथ मैनेजमेंट पर है, वहीं कमलनाथ हर मतदाता तक यह बात पहुंचाना चाहते हैं कि, चुनी गई सरकार को किस तरीके से गिराया गया है. सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर चुनाव अभियान शुरू किया जा रहा है.

चंद्र प्रभास शेखर,कांग्रेस संगठन प्रभारी

ये है बदनावर सीट के समीकरण

दिसंबर 2018 में हुए चुनाव में राजवर्धन सिंह ने बीजेपी के प्रत्याशी भंवर सिंह शेखावत को 41,506 मतों से हराया था. राजवर्धन सिंह को 84,499 मत हासिल हुए थे, वही भंवर सिंह शेखावत को 42,293 मत मिले थे. दत्तीगांव मंत्री ना बनाए जाने से नाराज थे. इसलिए उन्होंने सिंधिया के साथ कांग्रेस से बगावत कर दी थी. सरकार गिरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पिछले तीन महीने से भोपाल में ही डेरा डाले हुए हैं. यहां उन्होंने 24 विधानसभा उपचुनाव के लिए रणनीति तैयार करने का काम किया है.

कमलनाथ की कार्यकर्ताओं को हिदायत

बता दें कि, 1-1 विधानसभा के समीकरणों को ध्यान रखते हुए अलग- अलग रणनीति बनाई गई है. इसी रणनीति के तहत अब कमलनाथ जमीनी स्तर पर अपना चुनाव अभियान शुरू करने वाले हैं. कमलनाथ ने अपने कार्यकर्ताओं को साफ तौर पर हिदायत दी है कि, वो उपचुनाव को हल्के में ना लें, उनका मुकाबला भाजपा के संगठन से है. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस की अलग-अलग इकाइयों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपने का काम किया है. उनका मानना है कि, मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जिस तरह से गिराया गया है, यह बात उपचुनाव वाली विधानसभा क्षेत्र के हर मतदाता तक पहुंचने चाहिए. वहीं उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन सरकारी कर्मचारियों पर भी नजर रखने के लिए कहा है,जो चोरी-छिपे भाजपा के समर्थन काम कर रहे हैं.

बदनावर में कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे कमलनाथ

कमलनाथ के चुनाव अभियान को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी चंद्र प्रभास शेखर का कहना है कि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बहुत पहले से, लगभग दो ढाई महीने से चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी थी, उन्होंने प्रत्येक विधानसभा सीट के संदर्भित लोगों से चर्चा भी की. कल 3 जुलाई को बदनावर जाएंगे, वहां हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलेंगे, उनसे चर्चा करेंगे. वहां सब की सलाह से विजयी होने की रणनीति तैयार करेंगे.

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