भोपाल। प्रदेश की कमलनाथ सरकार आर्थिक मंदी के दौर में एक बार फिर एक हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है. सरकार की दलील है कि विकास परियोजनाओं में कोई रुकावट ना हो इसके लिए ये फैसला लिया गया है. वित्त मंत्री तरुण भनोत का कहना है कि कर्ज लेना कोई बुरी बात नहीं है, कर्ज उसी को मिलता है, जो इसकी पात्रता रखता है. उन्होंने कहा कि हम जो कर्ज ले रहे हैं, उसका सदुपयोग कर रहे हैं, फिजूल खर्च नहीं कर रहे हैं. वहीं इसके पहले भी कमलनाथ सरकार सन 2019 में 15 हजार 600 करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है.
'पिछली सरकार में लोगों को नहीं मिला लाभ'
वित्त मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि पिछली सरकार ने जो कर्ज लिया था, उसका प्रदेश को कोई लाभ नहीं मिला है. प्रदेश का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट जिस तरह से होना चाहिए था, वो नहीं हुआ, सोशल रिफॉर्म के लिए भी पैसे का उपयोग नहीं किया गया, भनोत ने कहा कि लोगों की बेहतरी के लिए लाई गई सोशल स्कीम का भी लोगों को लाभ नहीं मिला.
वृद्धा पेंशन को बढ़ाकर किया 6 सौ
मंत्री ने बताया कि कमलनाथ सरकार ने वृद्धा पेंशन 3 सौ रुपए से बढ़ाकर 6 सौ रुपए कर दिए है. कर्मचारियों की अनेक मांगों को पूरा किया है, शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए ज्यादा फंडिंग की गई है, सामाजिक सुरक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा पैसा दिया है, वित्त मंत्री ने कहा कि 'हम कर्ज ले रहे हैं, तो उसका सदुपयोग भी कर रहे हैं. पारदर्शी तरीके से सरकार चला रहे हैं, हम किसी ट्रैप के माध्यम से सरकार का पैसा नहीं बांट रहे हैं'.