भोपाल। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की मुलाकात ने सियासत गरमा दी हैं. दोनों के बीच बंद कमरे में एक घंटे तक चर्चा चली. हालांकि, बातचीत किस मुद्दे पर हुई, यह दोनों ही छिपा रहे हैं, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जब मुलाकात होती हैं, तो उसमें राजनीतिक चर्चा होती है, दूसरी चर्चाएं भी होती हैं. बाद में उन्होंने कहा कि वह छह महीने बाद भोपाल आए हैं. उनके कई मित्र कोरोना में नहीं रहे. उनके घर वालों से उन्हें मिलना हैं. वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विजयवर्गीय भोपाल में थे और उनके बुलाने पर वह उनके घर चाय पीने आए थे.
कैलाश विजयवर्गीय को पश्चिम बंगाल का प्रभार सौंपा गया था, लेकिन वह उसमें खरे नहीं उतर पाए. बीजेपी को मिली हार के बाद विजयवर्गीय अब मध्य प्रदेश में ज्यादा सक्रीय दिख रहे हैं. उमा भारती भी प्रदेश में अपनी सियासी जमीन तलाश रही हैं. उनको भी लग रहा है कि केंद्र अब शायद मौका नहीं देगा.
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एसआईटी कमलनाथ से मांगेगी पेनड्राइव
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय हनीट्रैप पेनड्राइव मामले में ज्यादा आक्रामक नहीं दिखे. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि आप तो कमलनाथ से पूछिए, उनके पास पेनड्राइव है या नहीं.