भोपाल। कफन ओढ़ कर प्रदर्शन करने के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर सरकार का विरोध किया है. दिन भर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर बैठे रहे लेकिन प्रशासन की ओर से उनकी मांगों के संबंध में कोई जवाब नहीं मिला. इससे पहले डॉक्टर ने परिजनों को पुलिस द्वारा धमकाने का विरोध भी किया. बुधवार रात को जूनियर डॉक्टर्स ने मिलकर मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाई और कतार में खड़े होकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया.
दहेज प्रताड़ना के आरोप के मामले में अदालत से मिली अग्रिम जमानत
शासन की दमनकारी नीति का शांतिपूर्ण विरोध
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद मीणा ने बताया कि अब सरकार तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. गांधी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने वाले और कोरोना काल में अपनी जान दांव पर लगाने वाले डॉक्टर्स पर दबाव बना रही है. मांगे मनवाने के लिए हम पिछले 6 महीने से प्रयास कर रहे हैं लेकिन सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया है. हमारी हड़ताल को समाप्त करने के लिए शासन दमनकारी नीति अपनाने लगी है. इसी के विरोध में आज हमने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए गांधी मेडिकल कॉलेज के परिसर में मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर विरोध जताया है. शासन अगर हमारी मांग नहीं पूरी करता है तो हड़ताल जारी रहेगी. प्रदेश स्तर से शुरू हुआ यह आंदोलन पूरे देश में शुरू होने वाला है.