भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शिवराज सिंह सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि व्यापमं के बाद आटा चुराने वाली सरकार आ गई है. प्रदेश में आम जनता के लिए मास्क तक नहीं और मुख्यमंत्री ब्रांडेड मीटिंग मास्क लगा रहे हैं और इंदौर जाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि इंदौर की स्थिति अत्यंत गंभीर और चिंताजनक होती जा रही है. हर दिन कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. इंदौर में हर 23 मिनट में एक व्यक्ति संक्रमित हो रहा है, स्थिति सुधर नहीं रही है. इसके बाद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर जाकर स्थिति देखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. इंदौर की बिगड़ती व्यवस्था को देखते हुए शिवराज सिंह को इंदौर में हेड क्वार्टर बनाना चाहिए, ताकि लापरवाही कर रहे लोगों की निगरानी की जा सके.
जीतू पटवारी ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस और मृत्यु का अगर हम प्रतिशत निकाले तो वह देश में होने वाली औसत मौतों से भी दोगुनी आ रही है. इंदौर में प्रतिदिन एक कोरोना संक्रमित संसाधन की कमी के चलते दम तोड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग के पास स्वास्थ्य संबंधी जरूरी किट और मास्क की कमी है. सरकार आम जनता के लिए अच्छे किस्म के मास्क, सेनिटाइजर उपलब्ध नहीं करा पा रही है और मुख्यमंत्री खुद हर दिन अलग-अलग रंग के ब्रांडेड मैचिंग फेस मास्क लगा रहे हैं. यह बेहद निंदनीय और शर्मनाक स्थिति है.
राहत पैकेज पर घोटाला शुरू
जीतू पटवारी का कहना है कि प्रदेश में कोरोना के कहर से गरीब किसान और मजदूर और यहां तक कि मध्यम वर्ग भी परेशान है, लेकिन शिवराज सरकार में व्यापमं के बाद अब फिर किसानों के लिए राहत पैकेज पर घोटाला शुरू हो गया है. जीतू पटवारी ने कहा है कि संकट की इस घड़ी में गरीबों का आटा चुराने वाली यह आटा चोर सरकार गरीब मजदूर और मध्यम वर्ग के परिवारों के दर्द को नहीं समझ सकती है. जीतू पटवारी ने 13 अप्रैल को जेल मुख्यालय भोपाल द्वारा जारी आदेश को संज्ञान में लेते हुए कहा है कि कोरोना का कहर हर दिन भयावह होता जा रहा है.
'कैदियों को भी डॉक्टर की जरूरत'
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि जेल में बंद कैदियों को भी डॉक्टर की जरूरत है, लेकिन शिवराज सरकार के अफसरों की मनमानी और बेतुके निर्णय के चलते प्रदेश की जेल के कैदियों तक को कोरोना संक्रमण हो गया है, उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है. लॉकडाउन में कोरोना पॉजिटिव कैदियों को इंदौर से जबलपुर,सतना और रीवा की जेल में शिफ्ट किया, जिससे उन शहर में भी कोरोना वायरस का खतरा पैदा हो गया है.