भोपाल। कमलनाथ सरकार के पूर्व मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि पिछले 4 महीने से सरकार कुछ काम नहीं कर रही है, सिर्फ मलाईदार विभाग के लिए लड़ रही है. जो लोग अपने आपको टाइगर बोलते हैं वह मलाईदार विभागों के लिए लड़ाई कर रहे हैं.
वहीं उन्होंने कर्ज माफी के मामले में शिवराज सिंह के खड़े किए गए सवालों पर जवाब देते हुए कहा है कि कर्ज माफी को लेकर शिवराज सिंह जिस मंच पर बहस करना चाहते हैं हम लोग तैयार हैं और हम उन्हें चुनौती देते हैं कि जहां और जैसी बहस करना है वह बहस के लिए आ जाएं. इसके अलावा जीतू पटवारी ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कहा है कि अगर यूपी पुलिस की गाड़ी नहीं पलटती तो कई नेताओं की कुर्सी पलट जाती.
जीतू पटवारी ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश का एक कमजोर मुख्यमंत्री विभागों का बंटवारा नहीं कर पा रहा है. मुख्यमंत्री और भी लोग अपने आपको टाइगर कहते हैं और मलाईदार विभागों के लिए झगड़ा कर रहे हैं, लेकिन मलाई तो बिल्लियां खाती हैं, ऐसा लग रहा है कि मलाईदार विभाग के लिए दो बिल्लियां लड़ रही हैं. दो बिल्लियों की आपस की लड़ाई के चलते मध्यप्रदेश गर्त में जा रहा है. मध्य प्रदेश का एक मुख्यमंत्री जो 4 बार का सीएम है. अपने आपको टाइगर कहता है, लेकिन मलाईदार विभाग के चलते विभागों का बंटवारा नहीं कर पा रहा है.
उन्होंने किसान कर्ज माफी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा पूछे जा रहे सवालों पर पलटवार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एक कमजोर मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि मैं शिवराज सरकार को चुनौती देता हूं कि जब जहां मुख्यमंत्री समय देंगे, वहां आऊंगा और उनसे किसान कर्ज माफी पर तर्क संगत करुंगा. मैं मानता हूं कि ये उस किसान के साथ अन्याय है. जब हम किसान कर्ज माफी की बात करते हैं, तो उनका मंत्री इस योजना को पाप बताता है. कृषि ऋण माफी योजना में कमलनाथ सरकार ने 25 लाख किसानों का कर्ज माफ किया था.
उन्होंने कहा कि मिस्टर विभीषण कहते थे कि किसानों के कर्ज माफ नहीं हुए तो सड़क पर आएंगे. अब देखते हैं कि मिस्टर विभीषण कब सड़क पर आएंगे. अभी तो वह मलाईदार विभागों की लड़ाई में लगे हुए हैं. मेरा आरोप है कि सरकार किसानों की कर्ज माफी से बच रही है और हमारा सवाल है कि शिवराज सिंह यह बताएं कि वह 2 लाख तक की कर्ज माफी करेंगे कि नहीं करेंगे.
वहीं जीतू पटवारी ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कहा है कि विकास दुबे मामले में मध्य प्रदेश सरकार ने केवल डाकिए का काम किया है. उज्जैन महाकाल मंदिर में निजी सुरक्षा एजेंसी के गार्ड ने विकास को पकड़ा था.
मध्यप्रदेश अपराधियों की शरण स्थली बन चुका है. अगर आज विकास दुबे की गाड़ी नहीं पलटती तो एमपी यूपी की सरकार पलट जाती और कई नेताओं की कुर्सी पलट जाती, उसकी मौत के साथ कई राज दफन हो गए हैं. हालांकि जो जघन्य अपराध उसने किए थे, उसकी सजा सिर्फ मौत ही थी.