भोपाल| आयकर विभाग की जांच और उसको मिले दस्तावेजों के आधार पर मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 11 प्रत्याशियों को 25-50 लाख रुपए तक की रकम दी गई है. इस सूची में सबसे पहला नाम दिग्विजय सिंह का है, जिन्हें चुनावी फंड के लिए करीब 90 लाख रुपए मिले हैं. इस पर सीएम कमलनाथ का कहना है कि बीजेपी प्रदेश सरकार का अच्छे कामों से ध्यान भटकाना चाहती है.
इस सूची में मीनाक्षी नटराजन, कमल मरावी, अजय सिंह, प्रेम राज सिंह, देवाशीष जरारिया, शैलेंद्र दीवान, कविता सिंह और प्रताप सिंह लोधी के नाम शामिल हैं. दस्तावेजों में अलग-अलग विभागों से आए फंड का भी उल्लेख किया गया है. इसमें परिवहन विभाग से 54.45 करोड़, आबकारी विभाग से 36.62 करोड़, खनिज विभाग से 5.50 करोड़, पीडब्ल्यूडी से 5.20 करोड़ और सिंचाई विभाग से 4 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया गया है. बताया जाता है कि चेलानी की तरफ से एआईसीसी को 17 करोड़ रुपए भेजे जाने का भी उल्लेख किया गया है. इसको लेकर सीएम कमलनाथ और उनके ओएसडी के बीच हुई बातचीत का ऑडियो भी वायरल हुआ है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आखिर दस्तावेज मिले कहां से हैं, उसके बारे में कुछ भी नहीं बताया जा रहा है. जिन लोगों के यहां से सबूत मिले हैं, उनका उन्होंने आज तक चेहरा भी नहीं देखा है. आखिर उनका उनसे संबंध क्या है. कमलनाथ ने ये भी कहा कि बीजेपी सरकार के कई मामलों का खुलासा करने वाले हैं. यही वजह है कि बीजेपी ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.