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चुनाव में मिले बेनामी संपत्ति के सोर्स बताये बीजेपी, पुराने खुलासे के डर से भटका रही ध्यानः कमलनाथ

आयकर विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 11 प्रत्याशियों को 25-50 लाख रुपए तक की रकम दी गई है. इस पर सीएम कमलनाथ का कहना है कि बीजेपी हमारा ध्यान भटकाना चाहती है. ताकि उसकी पोल न खुलने पाये.

बेनामी संपत्ति के सोर्स बताये बीजेपी
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Published : May 29, 2019, 4:45 PM IST

भोपाल| आयकर विभाग की जांच और उसको मिले दस्तावेजों के आधार पर मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 11 प्रत्याशियों को 25-50 लाख रुपए तक की रकम दी गई है. इस सूची में सबसे पहला नाम दिग्विजय सिंह का है, जिन्हें चुनावी फंड के लिए करीब 90 लाख रुपए मिले हैं. इस पर सीएम कमलनाथ का कहना है कि बीजेपी प्रदेश सरकार का अच्छे कामों से ध्यान भटकाना चाहती है.

बेनामी संपत्ति के सोर्स बताये बीजेपी

इस सूची में मीनाक्षी नटराजन, कमल मरावी, अजय सिंह, प्रेम राज सिंह, देवाशीष जरारिया, शैलेंद्र दीवान, कविता सिंह और प्रताप सिंह लोधी के नाम शामिल हैं. दस्तावेजों में अलग-अलग विभागों से आए फंड का भी उल्लेख किया गया है. इसमें परिवहन विभाग से 54.45 करोड़, आबकारी विभाग से 36.62 करोड़, खनिज विभाग से 5.50 करोड़, पीडब्ल्यूडी से 5.20 करोड़ और सिंचाई विभाग से 4 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया गया है. बताया जाता है कि चेलानी की तरफ से एआईसीसी को 17 करोड़ रुपए भेजे जाने का भी उल्लेख किया गया है. इसको लेकर सीएम कमलनाथ और उनके ओएसडी के बीच हुई बातचीत का ऑडियो भी वायरल हुआ है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आखिर दस्तावेज मिले कहां से हैं, उसके बारे में कुछ भी नहीं बताया जा रहा है. जिन लोगों के यहां से सबूत मिले हैं, उनका उन्होंने आज तक चेहरा भी नहीं देखा है. आखिर उनका उनसे संबंध क्या है. कमलनाथ ने ये भी कहा कि बीजेपी सरकार के कई मामलों का खुलासा करने वाले हैं. यही वजह है कि बीजेपी ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.

भोपाल| आयकर विभाग की जांच और उसको मिले दस्तावेजों के आधार पर मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 11 प्रत्याशियों को 25-50 लाख रुपए तक की रकम दी गई है. इस सूची में सबसे पहला नाम दिग्विजय सिंह का है, जिन्हें चुनावी फंड के लिए करीब 90 लाख रुपए मिले हैं. इस पर सीएम कमलनाथ का कहना है कि बीजेपी प्रदेश सरकार का अच्छे कामों से ध्यान भटकाना चाहती है.

बेनामी संपत्ति के सोर्स बताये बीजेपी

इस सूची में मीनाक्षी नटराजन, कमल मरावी, अजय सिंह, प्रेम राज सिंह, देवाशीष जरारिया, शैलेंद्र दीवान, कविता सिंह और प्रताप सिंह लोधी के नाम शामिल हैं. दस्तावेजों में अलग-अलग विभागों से आए फंड का भी उल्लेख किया गया है. इसमें परिवहन विभाग से 54.45 करोड़, आबकारी विभाग से 36.62 करोड़, खनिज विभाग से 5.50 करोड़, पीडब्ल्यूडी से 5.20 करोड़ और सिंचाई विभाग से 4 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया गया है. बताया जाता है कि चेलानी की तरफ से एआईसीसी को 17 करोड़ रुपए भेजे जाने का भी उल्लेख किया गया है. इसको लेकर सीएम कमलनाथ और उनके ओएसडी के बीच हुई बातचीत का ऑडियो भी वायरल हुआ है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आखिर दस्तावेज मिले कहां से हैं, उसके बारे में कुछ भी नहीं बताया जा रहा है. जिन लोगों के यहां से सबूत मिले हैं, उनका उन्होंने आज तक चेहरा भी नहीं देखा है. आखिर उनका उनसे संबंध क्या है. कमलनाथ ने ये भी कहा कि बीजेपी सरकार के कई मामलों का खुलासा करने वाले हैं. यही वजह है कि बीजेपी ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.

Intro:चुनाव में बेनामी लेन-देन के मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सभी समझ रहे हैं कि आखिर ये मामला क्यों उठाया जा रहा है उन्होंने कहा की बीजेपी हमारे अच्छे कामों से ध्यान भटका ना चाहती है उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर जो खुलासा किया गया है उसके सूत्र क्या थे क्यों नहीं बताया जाता। दस्तावेज कहां से मिले और पैसा कहां से जप्त किया गया यह भी नहीं बताया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों कि यहां से पैसा जप्त किया गया था उनकी शक्ल भी मैंने नहीं देखी है।


Body:दरअसल आयकर विभाग की जांच और उसके दस्तावेजों के आधार पर मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव में 11 प्रत्याशियों को 25 लाख रुपए से लेकर 50 लाख तक की रकम दी गई। इस सूची में सबसे पहला नाम दिग्विजय सिंह का है जिन्हें चुनाव फंड के लिए करीब 90 लाख रुपए मिले हैं इसके अलावा मीनाक्षी नटराजन, कमल मरावी अजय सिंह प्रेम राज सिंह देवाशीष जरारिया शैलेंद्र दीवान कविता सिंह और प्रताप सिंह लोधी के नाम शामिल हैं। दस्तावेजों में अलग-अलग विभागों से आए फंड का भी उल्लेख है इसमें परिवहन विभाग से 54.45 करो आपकारी से 36.6 2 करोड़ माइनिंग से 5.50 करोड़ पीडब्ल्यूडी से 5.20 करोड़ और सिंचाई विभाग से 4 करोड़ों रुपए का कलेक्शन किया गया बताया जाता है कि चेलानी की तरफ से एआईसीसी को 17 करोड रुपए भेजे जाने का भी उल्लेख किया गया है। इसको लेकर ऑडियो भी जारी हुआ है जिसमें कथित तौर पर सीएम कमलनाथ और ओएसडी के बीच का ऑडियो भी वायरल हुआ। हालांकि जब इसको लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा आखिर इस प्लासी के सूत्र क्या है? दस्तावेज कहां से मिले ? उन्होंने कहा कि बीजेपी हमारे अच्छे कामों से ध्यान मत खाना चाहती है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि दस्तावेज और अकाउंट चीन का जिक्र किया जा रहा है आखिर वह मिले कहां से हैं उसके बारे में कुछ भी नहीं बताया जा रहा है और जिन लोगों की यहां से मिले हैं उनका मैंने आज तक कभी चेहरा नहीं देखा और आखिर उनका मुझसे संबंध क्या है कमलनाथ ने कहा कि हम पिछली बीजेपी सरकार कि कई मामलों का खुलासा करने वाले हैं और यही वजह है कि बीजेपी ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।


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