भोपाल। प्रदेश में इस समय सियासी मुद्दे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आयकर विभाग की कार्रवाई और ई-टेंडरिंग में FIR दर्ज होने के बाद अब माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व जनसंचार विश्वविद्यालय भी सुर्खियों में आ गया है. अनियमितताओं को लेकर माखनलाल यूनिवर्सिटी में भी जांच कराए जाने की तैयारी है.
बीजेपी सरकार के समय विश्वविद्यालय में की गई नियुक्तियों को लेकर बारीकी से जांच की जाएगी. नियुक्तियों में हुई गड़बड़ी को लेकर आर्थिक अपराध शाखा को जांच सौंप दी गई है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार दीपेंद्र सिंह बघेल ने आर्थिक अपराध शाखा को पत्र लिखा है, जिसमें पूर्व कुलपति बृज किशोर कुठियाला के कार्यकाल के दौरान नियुक्तियों में हुई गड़बड़ियों को लेकर पूर्व वीसी और नियम विरुद्ध तरीके से भर्ती हुए लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कहा गया है.
विश्वविद्यालय पर आरोप लगाया गया है कि एमसीयू में एक खास विचारधारा से जुड़े लोगों को उपकृत करने के लिए पिछले कुछ सालों के दौरान कई तरह की गड़बड़ियां की गई हैं. प्रदेश में कांग्रेस सरकार के आने के बाद इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी. इस कमेटी ने आर्थिक अपराध शाखा से कार्रवाई की सिफारिश की है. विश्वविद्यालय में अकादमिक कार्यों के नाम पर भी करोड़ों रूपए का फर्जीवाड़ा किया गया है. यह तथ्य विश्वविद्यालय की जांच करने के लिए गठित की गई समिति की रिपोर्ट में सामने आई थी. मामले में समिति ने अनुशंसा की थी कि यह मामला आर्थिक अनियमितताओं से जुड़ा है, इसलिए आर्थिक अपराध शाखा को इसकी रिपोर्ट सौंपी जानी चाहिए.