भोपाल। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर प्रशासनिक व्यवस्थाएं महिला सुरक्षा अधिकारी-कर्मचारी संभाल रही हैं. मुख्यमंत्री की सारथी महिला इंस्पेक्टर बनी और सुरक्षा एसपी की कमान भी महिला पुलिस अधिकारी को दी गई. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का यह बड़ा उदाहरण है कि हमारी महिलाएं इतनी सशक्त और काबिल हैं कि वे सभी तरह की जिम्मेदारियां उठा सकती हैं.
पूरे दिन महिलाएं ही देखेंगी कामकाज : 8 मार्च को महिला दिवस के दिन इस बार होली भी है. इसको देखते हुए 1 दिन पहले मुख्यमंत्री की सुरक्षा से लेकर प्रशासनिक व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी गई है. महिला अधिकारी कर्मचारियों ने सुबह से ही सीएम हाउस पहुंचकर पूरी व्यवस्थाओं की कमान अपने हाथ में ले ली. इसमें मुख्यमंत्री का वाहन चलाने वाली पायलट से लेकर मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों की फोटोग्राफी तक करने वाली जिम्मेदारी महिलाओं ने संभाली.
जिम्मेदारी मिलने से महिलाएं खुश : मुख्यमंत्री की सारथी बनी इंस्पेक्टर इरशाद अली ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हें एक बार फिर मुख्यमंत्री का सारथी बनने का मौका मिला है. यह तीसरा मौका है जब उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है. मुख्यमंत्री का पायलट होना अपने आप में एक बड़ी जिम्मेदारी है. उन्हें खुशी है कि उन्हें यह जिम्मेदारी निभाने का एक बार फिर मौका मिला है. सीएम के कारकेट में पायलट आकांक्षा शर्मा कहती है कि यह एक बड़ी जिम्मेदारी के साथ उनके लिए बड़ी खुशी का पल भी है कि उन्हें एक बार फिर ये मौका मिला.
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सीएम बोले- यह महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों की योग्यता पर मुझे पूरा भरोसा है. वह सुरक्षा जैसे काम भी पूरी जिम्मेदारी के साथ उठा सकती हैं. इसलिए आज मेरा पूरा स्टाफ का काम महिलाएं ही संभाल रही हैं. चाहे वाहन चालक हो या सुरक्षा व्यवस्था का काम या फिर प्रशासन का हो या फिर फोटोग्राफी का यह सभी जिम्मेदारी में सिर्फ महिलाएं ही रहेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अपने आप में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा काम है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में जितने प्रयास हो सकते थे, उन्होंने करने के प्रयास किए हैं. राजनीति में भागीदारी बढ़ाने के लिए 50 फ़ीसदी रिजर्वेशन किया गया है. साथ ही नौकरियों में महिलाओं की संख्या को बढ़ाने के लिए कदम उठाए गए हैं. इसी के साथ महिलाओं के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए लाडली लक्ष्मी योजना लांच की गई है.