भोपाल। इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है और ऐसे में बैंड-बाजे वालों की भी पूछपरख बढ़ गई है, लेकिन भोपाल में बिना किसी शादी के बैंड बजाते देखकर लोग भी उन्हें देखकर ठिठक गए, क्योंकि वजह ही कुछ खास थी. हम आपको अपनी रिपोर्ट में बताते हैं वो खास वजह..
ये किसी शादी समारोह का नहीं, बल्कि कांग्रेस भवन के सामने का नजारा है. यहां बैंड-बाजे वालों को फुल ड्रेस में एक से बढ़कर एक धुनें बजाता देखकर लोग भी ठहरने को मजबूर हो गए. हर कोई ये जानना चाहता था कि कांग्रेस भवन के ठीक सामने ये बैंड क्यों बजाया जा रहा है. आखिर इसके पीछे की वजह क्या है. तो हम आपको बताते हैं इसके पीछे की वजह.
दरअसल कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में बैंड-बाजा ट्रेनिंग स्कूल खोलने की बात कही थी. वैसे तो इस बयान को लेकर कमलनाथ सीधे विपक्ष के निशाने पर आ गए थे और उनकी भारी आलोचना हुई थी कि क्या अब सरकार युवाओं को बैंड वाला बनाएगी. लेकिन इस फैसले से बैंड-बाजे वाले बेहद खुश हैं और यही वजह है कि गुरूवार को एक बैंड ग्रुप ने सीएम के फैसले पर खुशी जताते हुए कांग्रेस कार्यालय के सामने जमकर बैंड बाजा बजाया.
बैंड बाजा वालों का कहना है कि कमलनाथ सरकार ऐसी पहली सरकार है, जो बैंड वालों की भी सुध ले रही है. सरकार का ये फैसला स्वागत योग्य है. यह फैसला बैंड के हुनर को संरक्षित करेगा. कांग्रेस कार्यालय के सामने बैंड बाजा बजाने पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि सीएम का ये फैसला ऐतिहासिक है. खासकर उन लोगों के लिए जो रोजी-रोटी के लिए बैंड बजाने का काम करते हैं, इसलिए बैंड बजाने वाले भी सीएम का आभार जताने के लिए कांग्रेस कार्यालय आए हैं. वे ट्रेनिंग स्कूल खोले जाने के फैसले से काफी खुश है.