भोपाल। दीपावली पर श्री यंत्र की पूजा का बड़ा महत्व है. क्या आप जानते हैं कि श्री यंत्र घर में रखने पर उसके पूजन पाठ का विशेष विधान है. इस पूजन में हुई चूक विपरीत असर भी कर सकती है. भोपाल में देश के अपनी तरह के विशिष्ट राजराजेश्वरी मंदिर में पूरे विधि विधान से श्री यंत्र की पूजा होती है.दीपोत्सव के पांच दिन यहां श्री यंत्र की विशेष आराधना होती है. इस मंदिर में राजराजेश्वरी माता स्फटिक रूप में ही विराजी हैं. महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती के रूप में विराजी राजराजेश्वरी माता की पूजा श्री यंत्र के रुप में ही होती है. ऐसी मान्यता है कि श्री यंत्र के दर्शन मात्र से ही 100 यज्ञों के समान फल की की प्राप्ति होती है. bhopal (you gain of 100 yagyas benifit) (bhopal doors of prosperity are opened by worship)
श्री यंत्र पूजा के लिए खास हैं ये पांच दिनः भोपाल में स्थिति राजराजेश्वरी मंदिर मध्यप्रदेश ही नहीं दुनिया में अपनी तरह का विशिष्ट मंदिर हैं. जहां अंत्यंत मनोहारी रूप में स्फटिक से निर्मित राजराजेश्वरी माता की प्रतिमा विराजमान है. इस मंदिर की स्थापना 2011 में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती के कर कमलों से हुई थी. इस मंदिर की विशिष्टता ये है कि माता राज राजेश्वरी की पूजा श्री यंत्र के रूप में ही होती है. वैसे तो पूरे साल ही यहां भक्त श्री यंत्र के दर्शन को पहुंचते हैं. मगर दीपोत्सव के पांच दिन बेहद खास होते हैं. इन दिनों में श्री यंत्र का दर्शन विशेष फलदायी होता है. इन दिनों में यहां लोग पहुंच कर श्री यंत्र को रोली कुमकुम समेत श्रंगार चढ़ाते हैं. मां राज राजेश्वरी और श्री यंत्र की सेवा में लगे देवेन्द्रानंद जी महाराज बताते हैं कि धनतेरस से दीपावली पर्यन्त श्री यंत्र की विशिष्ट पूजा होती है और विशेष फलदायी भी. देवेन्द्रानंद जी महाराज के अनुसार श्री यंत्र का पूजन का कठिन अनुशासन है. इसलिए केवल ब्रम्हचारी ही इस पूजन को कर सकता है. (diwali five days are special for Shri yantra Puja) (you gain of 100 yagyas benifit)
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पूजन से खुलते है समृध्दि के द्वारः
1-श्री यंत्र पूजा से सुख समृध्दि और संतुष्टि प्राप्त होती है
2-श्री यंत्र पूजा से वास्तुदोष का निवारण होता है
3-सुखों में वृद्धि करने वाला होता है श्री यंत्र.
4-परिवार का स्वास्थ्य अच्छा रहता है.
5-परिवार की संपत्ति में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि होती है.
6-घर में श्री यंत्र रहने से सकारात्मक का संचार होता है.
फल प्राप्ति के लिए कैसे करें पूजनः
1-श्री यंत्र पर कुमकुम चढ़ाया जाता है.
2-श्री यंत्र का श्रंगार विशेष फलदायी होता है.
3-धनतेरस से दीपावली पर्यन्त वशे, आराधना से मनोकामना सिध्दि होती है.
4-ललिता सहस्त्र नामों के अर्चन के साथ पूजा विशेष कृपा देने वाली.
5-आम जनमानस केवल रोली व श्रंगार चढ़ाकर श्री यंत्र की पूजा करे.
श्री यंत्र की पूजा में रखें किन बातों का ध्यानः
1-घर में श्री यंत्र के धातु स्वरूप के बजाए चित्र की उपासना करें.
2-धातु रूप में श्री यंत्र के पूजन के हैं कठिन नियम.
3-ब्रम्हचारी ही कर सकता है धातु रूप की पूजा.
4-जो पूजन करे लहसुन प्याज का करे त्याग.
5-गाजर-मसूर की दाल शलजम सफेद बैंगन भी वर्जित.
6-श्री यंत्र का पूजन करने वाला व्यक्ति गन्ना ना तोड़े.
7-गन्ने मां राजरजेश्वरी के अस्त्रों में उपयोग हुए. (bhopal doors of prosperity are opened by worship)