भोपाल। ईटीवी भारत की खबर के असर के चलते डायल 100 मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने संज्ञान लिया है. गृह मंत्री ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. ईटीवी भारत ने बिना बीमा डायल 100 चलने की खबरों को प्रमुखता से प्रसारित की थी.
गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश
ईटीवी भारत ने मध्यप्रदेश में दौड़ रही डायल 100 की खबर पिछले दिनों दिखाई थी. जिस पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पूरा मामला संज्ञान में आया है. मामले की जांच की जाएगी. दरअसल, बीते दिनों ईटीवी भारत ने जब पड़ताल की तो पता चला कि डायल 100 के पास पिछले एक साल से बीमा नहीं है. अब मामला पुलिस महकमे से जुड़ा हुआ था. तो भला कौन इनकी चेकिंग करने वाला था.
खतरे के बीच खाकी, बिना बीमा दौड़ रही हजारों डायल-100
प्रदेश में चल रही एक हजार डायल 100
बता दें कि प्रदेश में एक हजार डायल 100 चल रही है. मेसर्स बीवीजी इंडिया लिमिटेड, पुणे की कंपनी से 1000 टाटा सफारी गाडि़यां किराए पर ली हैं. एक गाड़ी की कीमत करीब 10 लाख रुपए है. 70 करोड़ 67 लाख सालाना किराया सरकार कंपनी को देती है. पांच साल तक का कांट्रैक्ट है. जितनी गाड़ी चलेगी उसके डीजल का अलग से भुगतान किया जाएगा.
नवंबर 2015 को 51 जिलों में 800 वाहनों से करीब 633 करोड़ की लागत से '100 लगाओ पुलिस बुलाओ' की योजना शुरु की गई थी. अब 1000 वाहन की सेवा प्रदेश में चल रही है. पुलिस महकमे का टेलीकम्यूनिकेशन विभाग इन गाड़ियों की मॉनटरिंग करता है, लेकिन अफसोस, क्या इस तरह मानिटिरिंग कर गाड़ी में चलने वाले और सड़कों पर चलने वालों की सुरक्षा पुलिस विभाग करेगा.