भोपाल। मध्यप्रदेश में उन्नत देसी नस्ल के दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ाने के लिए दतिया में सेंट्रल इंडिया की दूसरी अत्याधुनिक फ्रोजन सीमन लैब जल्द शुरू होने जा रही है. इससे हर साल फ्रोजन सीमन के 10 लाख डोज तैयार होंगे. पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने बताया कि इससे चंबल, ग्वालियर से लेकर बुंदेलखंड में उन्नत देसी नस्लों के दुधारू पशु पैदा होंगे, जिससे प्रदेश में दुग्ध उत्पादन भी बढ़ेगा.
पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव के मुताबिक प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए उन्नत देसी नस्लों के दुधारू पशुओं की वंश वृद्धि की जानी है. इसके लिए भोपाल स्थित सेंट्रल सीमन लैब ही अभी प्रदेश भर के किसानों और पशुपालकों का एकमात्र सहारा है, जहां से उन्नत नस्लों का सीमन लेकर गाय और भैंसों का गर्भाधान कराया जाता है.
10 करोड़ की लागत से दतिया में तैयार हुई फ्रोजन सीमन लैब से अब दूसरे क्षेत्रों में आसानी से गोवंश सुधार के काम में तेजी आएगी. भोपाल की सेंट्रल फ्रोजन सीमन लैब को 2016- 17 में ए ग्रेड मिल चुका है. दतिया में तैयार हुई लैब में गिर, साहिवाल, हरियाणवी, राठी, निमाड़ी, जर्सी जैसी नस्लों के सीमन तैयार होंगे.