भोपाल। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने संकेत दिए हैं कि दिवाली के बाद प्रदेश के स्कूल और कॉलेजों को खोला जा सकता है. उच्च शिक्षा विभाग प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए भी लगातार प्रयास कर रहा है. इसी क्रम में प्रदेश के 517 कॉलेजों में 200 कॉलेजों को सर्व सुविधा युक्त किया जा रहा है. इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कमेटी तैयार की है. उन्होंने बताया कि इन कॉलेज में एक हजार भर्ती निकाली जाएगी. जिसमें अतिथि विद्वानों को भी जगह दी जाएगी.
दीवाली के बाद खुल सकते है प्रदेश के कॉलेज
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि शिक्षा विभाग अब कॉलेजों को खोलने की तैयारी कर रहा है. कोरोना संक्रमण के बाद छात्रों की पढ़ाई को देखते हुए विभाग ने फैसला किया है. इसी क्रम में कॉलेजों को खोलने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया दिसंबर महीने तक कोरोना की स्थिति को देखते हुए कॉलेजों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा.
प्रवेश प्रक्रिया को लेकर विभाग की तैयारी
वहीं महाविद्यालयों में प्रवेश को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि महाविद्यालय में एडमिशन प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. काउंसलिंग भी खत्म हो चुकी है. कोरोना संक्रमण के चलते जो छात्र समय पर एडमिशन नहीं ले पाए थे, उनके लिए भी कई व्यवस्था उच्च शिक्षा विभाग की ओर से की गई है. बच्चे ऑनलाइन एडमिशन के लिए अभी भी अप्लाई कर रहे हैं, और कॉलेजों में ज्यादा से ज्यादा एडमिशन हो इसके लिए भी उच्च शिक्षा विभाग कोशिश कर रहा है.
महाविद्यालयों में होगी प्रिंसिपल की भर्ती
वहीं प्रदेश के महाविद्यालयों में केवल 10 फीसदी कॉलेजों में ही स्थाई प्राचार्य हैं. जिसको लेकर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा जल्द ही प्रदेश के महाविद्यालयों में कार्य कर रहे प्रभारी प्राचार्य को इस पद से मुक्त किया जाएगा और प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में स्थाई प्राचार्य नियुक्त किए जाएंगे. जिसके लिए विभाग तैयारी कर रहा है. उन्होंने बताया प्रदेश के प्रोफेसरों की ट्रेनिंग की जाएगी और इन्हीं में से चुने हुए प्रोफेसरों को प्राचार्य के रूप में नियुक्त किया जायगा.
परीक्षा को लेकर विभाग बना रहा रणनीति
कोरोना संक्रमण के बीच महाविद्यालय में परीक्षाएं ठीक तरह से हो सके. इसको लेकर मंत्री मोहन यादव ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग रणनीति बना रहा है. जिसके लिए कॉलेजों को खोलने को लेकर विभाग कोशिश कर रहा हैं. पिछड़ती पढ़ाई को देखते हुए कॉलेजों को जल्द खोला जाएगा, ताकि परीक्षाएं कॉलेजों में ही पूरी हो सके. और अगर कॉलेजों में नहीं होती है तो ऑनलाइन भी ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिसमें छात्र आसानी से परीक्षा दे सके.
कॉलेजों में बनाई जाएगी हेल्पडेस्क
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कोरोना संक्रमण के चलते छात्रों में डिप्रेशन बढ़ा है. जिसको देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग छात्रों की काउंसलिंग कराने की व्यवस्था भी कर रहा है, इसकी जिम्मेदारी प्रोफेसरों को सौंपी जाएगी, जो छात्रों की काउंसिलिंग करेंगे.
विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़ने की तैयारी
उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि रोजगार से छात्रों को जोड़ने के लिए भी उच्च शिक्षा विभाग प्रयासरत है. विद्यार्थियों को रोजगार प्रशिक्षण और वोकल फॉर लोकल के लिए काउंसलिंग एवं अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएगी. जो कॉलेजों में जल्द शुरू की जाएगी उन्होंने कहा कैबिनेट निर्णय के आधार पर उच्च शिक्षा विभाग में रिक्त पदों के आधार पर 5 फीसदी भर्ती की प्रकिया जल्द पूरी की जाएगी.