भोपाल। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कई बार नक्सलियों का कहर देखने को मिला है, लंबे समय से नक्सील प्रदेश में घुसने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन चाक चौबंद व्यवस्था के कारण नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए हैं. वहीं अब नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस विभाग ने तैयारी कर ली है, जिसके बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमाओं पर लगातार गश्त बढ़ा दी गई है. साथ ही अब बालाघाट में हॉक फोर्स का मुख्यालय भी बना दिया गया है, वहीं इस संबंध में प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी (MP DGP Vivek Johri) ने आदेश जारी कर दिए हैं.
![DGP orders to have Hawk Force headquarters in Balaghat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bho-16-hack-force-head-office-10001_29092020075931_2909f_1601346571_793.jpg)
डीजीपी विवेक जौहरी ने आदेश जारी किए हैं उसके तहत बताया गया है कि मध्य प्रदेश शासन गृह विभाग ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान (Anti naxal operations) के लिए गृह मंत्रालय के द्वारा 18 जून 2008 को हॉक फोर्स में कुल 451 पदों की स्वीकृति प्रदान की गई थी. जिसके बाद हर फोर्स की 8 टीम के लिए मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग ने 10 जुलाई 2012 से 812 पदों की स्वीकृति दी थी. बता दें हॉक फोर्स का मुख्यालय वर्तमान में अस्थाई रूप से 25 वी बटालियन भोपाल के परिसर में कार्यरत है.
कनकी में बनेगा हॉक फोर्स का मुख्यालय
केंद्र सरकार ने अतिरिक्त केंद्रीय सहायता राशि 999.97 लाख रुपए की स्वीकृति दी थी पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश के आदेश के परिपेक्ष में हॉक फोर्स के लिए कनकी जिला बालाघाट में 3 बड़े भवनों का निर्माण मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन ने किया है. पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश (Director General of Police Madhya Pradesh) के अनुमोदन से आईआर बटालियन 36वीं वाहिनी बालाघाट के लिए चयनित भूमि में से 15.3 एकड़ जमीन संबंधित निर्माण एवं अन्य के लिए 22 जुलाई 2016 से नक्शे में चिन्हित कर हॉक फोर्स को आवंटित की जा चुकी है. यहां का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और काफी भाग हॉक फोर्स ने प्राप्त भी कर लिया है. इसलिए प्रशासनिक दृष्टिकोण और अभियान के बेहतर संचालन के लिए हॉक फोर्स का मुख्यालय कनकी जिला बालाघाट में किया जा रहा है.
बता दें कि नक्सली फिर से प्रदेश के जंगलों में अपनी जड़ों को मजबूत करने की जुगत में लगे हुए हैं, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते फिलहाल वह प्रदेश में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही बादल नाम के नक्सली को भी गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद से ही नक्सली काफी बौखलाए हुए हैं और प्रदेश में बड़ी वारदात की फिराक में घूम रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक प्रदेश की सीमाओं पर बड़ी संख्या में नक्सलियों का जमावड़ा है और यह सभी जंगलों में छिपे हुए हैं. यही वजह है कि बालाघाट से लगे हुए सीमावर्ती जंगल में फोर्स लगातार चेकिंग अभियान चला रही है. नक्सली क्षेत्रों में हॉक फोर्स ने काफी बेहतर काम किया है, यही वजह है कि अब हॉक फोर्स का मुख्यालय भोपाल की जगह बालाघाट में स्थापित किया जा रहा है. ताकि अभियान को और बेहतर तरीके से क्रियान्वयन किया जा सके .