भोपाल। लॉकडाउन में छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ. ऐसे में शिक्षा विभाग हर दिन नए- नए तरीकों से छात्रों को घर पर ही पढ़ाने की कवायद कर रहा है. इसी कड़ी में एक और योजना तैयार कि गई है, जिसका नाम 'हमारा घर-हमारा विद्यालय' रखा गया है. जो 6 जुलाई से शुरु किया जाएगा और इसके तहत अब बच्चों का घर ही उनका का स्कूल होगा.
रेडियो के माध्यम से दी जाएगी जानकारी
इस योजना के तहत रेडियो प्रसारण के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा. जिसके संबंध में 4 जुलाई को 12 से 12.30 बजे तक एक विशेष रेडियो प्रसारण आकाशवाणी के सभी प्राथमिक प्रसारण केन्द्रों से प्रसारित किया जाएगा. योजना के तहत 1 से 4 जुलाई तक सरकारी स्कूल के छात्रों के घर किताबें पहुंचा दी जाएंगी. ताकि बच्चों की पढ़ाई सही तरीके से हो सके.
6 जुलाई से घर पर ही शुरू होगा स्कूल
आज होने वाले प्रसारण में स्कूल शिक्षा की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी और राज्य शिक्षा केन्द्र के आयुक्त लोकेश कुमार जाटव 6 जुलाई से शुरु होने वाले इस अभियान की विस्तृत जानकारी देंगे. कोरोना संकट काल में छात्रों की शैक्षिक निरंतरता को बनाये रखने के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र ने 'हमारा घर-हमारा विद्यालय' योजना तैयार की है. इस योजना के तहत 6 जुलाई से बच्चों को घर पर ही स्कूली वातावरण में अध्ययन की तैयारी की गई है. 'हमारा घर-हमारा विद्यालय' योजना एक भावनात्मक पारिवारिक पहल है, जो बच्चों को परिवार के सहयोग से घर पर ही पढ़ाई को सुचारु रखने में सहयोगी होगी.
सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक लगेगा स्कूल
योजना के तहत छात्र अब अपने घर पर ही विद्यालय के वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे. घर पर स्कूल में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक स्कूल संचालन किया जाएगा. 10 बजे पालकों द्वारा घण्टी या थाली बजाकर स्कूल प्रारंभ किया जायेगा. इसी प्रकार दोपहर एक बजे घण्टी या थाली बजाकर अवकाश किया जाएगा. इससे बच्चों को घर में ही विद्यालय का आभास होगा.
शनिवार को मस्ती की पाठशाला का होगा आयोजन
इस कार्यक्रम के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा सुझावात्मक समय-सारिणी भी पालकों और विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही है. जिसके अनुसार सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक विषयानुरूप अध्ययन करवाया जाएगा. वहीं शनिवार को मस्ती की पाठशाला के तहत मनोरंजनात्मक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. शाम को 2 घंटे बच्चे घर के बड़े बुजुर्गों से कहानियां सुनकर उन पर नोट्स तैयार करेंगे और योग खेलकूद की गतिविधियों का आयोजन अपने घर पर ही करेंगे. राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा इस संबंध में अनेक पारम्परिक गतिविधियों के सुझाव भी दिये गए हैं.