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राजधानी में अतिथि विद्वानों ने किया धरना प्रदर्शन, मांगे पूरी न होने पर दी आत्मदाह की चेतावनी - अतिथि विद्वानों का धरना प्रदर्शन,

भोपाल में हजारों की संख्या में अतिथि विद्धान अपनी लम्बित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठे हैं. अतिथि शिक्षकों ने 4 अक्टूबर को इंदौर से न्याय यात्रा प्रारंभ की, जो राजधानी के नीलम पार्क पर समाप्त हुई. वही शिक्षकों ने मांगे पूरी न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है.

शिक्षकों का धरना प्रदर्शन
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Published : Oct 12, 2019, 6:22 PM IST

भोपाल। राजधानी के नीलम पार्क में अतिथि विद्वानों ने धरना प्रदर्शन किया. इंदौर से प्रारम्भ हुई अतिथि विद्धानों की न्याय यात्रा अब भोपाल पहुंच गई है. हजारों की संख्या में अतिथि विद्धान अपनी लम्बित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठे हैं. कांग्रेस ने वचन पत्र में अतिथि विद्धानों को नियमित करने की बात कही, लेकिन आठ महीने बाद भी इस बारे में कोई काम नहीं किया गया.

अतिथि शिक्षकों का धरना प्रदर्शन

इस से नाराज अतिथि विद्धान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं, साथ ही चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की, तो वे नीलम पार्क में ही आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे. प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि विद्वान अपने नियमितीकरण की लंबे समय से मांग करते आए हैं

अतिथि विद्या नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह ने बताया कि 'नई सरकार गठन के 10 माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने अतिथि विद्वानों की कोई सुध नहीं ली है, बल्कि प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर व्यापमं दो के रूप में कुख्यात हो चुकी सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वालों को संदिग्ध दस्तावेजों की गहन जांच के बिना ही नियुक्ति देने को जल्दी में है'.

भोपाल। राजधानी के नीलम पार्क में अतिथि विद्वानों ने धरना प्रदर्शन किया. इंदौर से प्रारम्भ हुई अतिथि विद्धानों की न्याय यात्रा अब भोपाल पहुंच गई है. हजारों की संख्या में अतिथि विद्धान अपनी लम्बित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठे हैं. कांग्रेस ने वचन पत्र में अतिथि विद्धानों को नियमित करने की बात कही, लेकिन आठ महीने बाद भी इस बारे में कोई काम नहीं किया गया.

अतिथि शिक्षकों का धरना प्रदर्शन

इस से नाराज अतिथि विद्धान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं, साथ ही चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की, तो वे नीलम पार्क में ही आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे. प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि विद्वान अपने नियमितीकरण की लंबे समय से मांग करते आए हैं

अतिथि विद्या नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह ने बताया कि 'नई सरकार गठन के 10 माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने अतिथि विद्वानों की कोई सुध नहीं ली है, बल्कि प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर व्यापमं दो के रूप में कुख्यात हो चुकी सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वालों को संदिग्ध दस्तावेजों की गहन जांच के बिना ही नियुक्ति देने को जल्दी में है'.

Intro:राजधानी के नीलम पार्क में अतिथि विधानों का धरना प्रदर्शन, इंदौर से प्रारम्भ हुआ अतिथि विद्धानों की न्याय यात्रा पहुंची भोपाल , हज़ारो की संख्या में अतिथि विद्धान अपनी लम्बित मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठे है, कांग्रेस ने वचन पत्र में अतिथि विद्धानों को नियमित करने की बात कही की थी लेकिन सरकार बने 8 माह बीत चुके औऱ अतिथि विद्धानों को नियमित करने की बजाए अब सरकार अतिथियों को निकालने को तैयारी में लगी है।जिससे नराज़ अतिथि विद्धान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं अतिथियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की तो वे नीलम पार्क में ही हाथ में था करने पर मजबूर हो जाएंगे


Body:प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि विद्वान अपने नियमितीकरण की लंबे समय से मांग करते आए हैं कांग्रेस पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के समय अजय जी विद्यालयों को नियमित करने के बाद सरकार ने कही थी लेकिन सरकार बने 9 माह बीत चुके हैं और अब तक अतिथि विद्वानों की कोई सुध नहीं ली गई है जिससे नाराज अतिथि शिक्षकों ने 4 अक्टूबर को इंदौर से जीतू पटवारी के निवास से न्याय यात्रा प्रारंभ की जो आज राजधानी के नीलम पार्क पर समाप्त हुई अतिथि विद्वान हजारों की संख्या में राजधानी के नीलम पार्क में एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं अधिक विद्यालयों का कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वह मुंडन करेंगे तब भी मांगे पूरी नहीं हुई राजनीति विज्ञान आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे।

अतिथि विद्या नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह ने बताया कि नई सरकार गठन के 10 माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने अतिथि विद्वानों की कोई सुध नहीं ली है बल्कि प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर व्यापम दो के रूप में कुख्यात हो चुकी सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वालों को संदिग्ध दस्तावेजों की गहन जांच के बिना ही नियुक्ति देने को जल्दी में है इसे सारे आदित्य विद्यान समुदाय में भारी रोष व्याप्त है

डॉक्टर देवराज सिंह संयोजक अतिथि विद्या


Conclusion:राजधानी के नीलम पार्क में अतिथि विद्वानों का विशाल धरना प्रदर्शन लंबे समय से नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अतिथि विद्यालयों ने अब आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है हजारों की संख्या में अतिथि विज्ञान भोपाल के नीलम पार्क में एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठ गए उनकी मांग पूरी नहीं की गई मुंडन करेंगे और तब भी मांगे पूरी नहीं की गई आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे
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