भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन पूरी तरह से अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर की संख्या बढ़ाने का काम कर रही है. इसी क्रम में भोपाल का ईएसआई हॉस्पिटल जिसे भोपाल में लोग बीमा अस्पताल के नाम से जानते हैं, उसमें विधिवत 100 पलंग वाला डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाया गया. पिछले काफी दिनों से मंत्री विश्वास सारंग इस पर काम कर रहे थे. कोलार के बाद सबसे ज्यादा संक्रमण गोविंदपुरा इलाके में फैला हुआ है, इसलिए इस क्षेत्र में डेडीकेटेड कोविड अस्पताल क्षेत्र के लोगों के लिए काफी मददगार साबित होगा. क्षेत्रीय विधायक कृष्णा गौर इस संबंध में पहले ही मुख्यमंत्री और मंत्री विश्वास सारंग से बात कर चुकी थी. प्रदेश में यह पहला प्रोजेक्ट है जो कि प्राइवेट और शासकीय सहभागिता से काम करेगा.
गोविंदपुरा को भी मिला कोविड हॉस्पिटल
भोपाल का बीमा अस्पताल अभी तक श्रम विभाग के नियमों के तहत संचालित होता था, अब उस अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड सेंटर बनाया गया है. इसमें 100 बेड के साथ ऑक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी. दरअसल अब यह अस्पताल प्राइवेट और सरकार के कॉर्डिनेटर में काम करेगा इसके लिये बीमा अस्पताल के पास ही संचालित आराधना अस्पताल के डॉक्टर गुप्ता ने सहयोग करने के लिये अपना हाथ आगे बढ़ाया है. यदि कोई कोरोना पेशेंट सीरियस होता है, तो उसको तत्काल पास के ही आराधना अस्पताल में इलाज के लिये ले जाया जाएगा. आराधना अस्पताल के संचालक डॉ गुप्ता इस काम में सरकार के साथ निशुल्क काम करेंगे.
बीमा अस्पताल बना कोविड अस्पताल
इसके शुरू होने से 100 ऑक्सीजन युक्त बेड का लाभ कोरोना मरीजों को मिलने लगा है. इस दौरान श्रम मंत्री विजय प्रताप सिंह, क्षेत्रीय विधायक कृष्णा गौर और आराधना अस्पताल के डॉ. संजय गुप्ता मौजूद थे. डॉ. गुप्ता को इस अस्पताल में व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वे इस अस्पताल से संबद्ध रहेंगे इनके सहयोग से मरीजों को लाभ प्राप्त होगा. बता दें कि विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से कोविड केयर सेंटर के निर्माण शहर के विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है. इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक कृष्णा गौर ने मुख्यमंत्री और मंत्री विश्वास सारंग को धन्यवाद दिया.