भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से पोषण महोत्सव की शुरुआत सीएम शिवराज सिंह चौहान और महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने की. इस अभियान के तहत प्रदेश के आठ लाख कुपोषित बच्चों को मीठा दूध पिलाया जाएगा. जबकि सरकार जल्द ही नयी पोषण नीति भी लागू करने जा रही है. मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पोषण महोत्सव का शुभारंभ करते हुए अपील की है कि कुपोषण को दूर करने के लिए समाज भी आगे आए और हर हफ्ते अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र पर सब्जियां, फल और अन्य सामग्री उपलब्ध कराए.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बच्चों को सुपोषित रखने के लिए जरूरी नहीं है कि महंगी चीजें ही खिलाई जाए. बच्चों को यदि घर पर बनने वाला पोषण से भरभूर खाना भी दिया जाए तो बच्चे मजबूत होते हैं. सीएम ने कहा कि अगले हफ्ते नयी पोषण नीति लागू कर दी जाएगी, प्रदेश में सुपोषण के लिए अभियान चलेगा. इस मौके पर सीएम शिवराज ने 600 आंगनबाड़ी भवनों का लोकार्पण भी किया.
पोषण सरकार बनाई जाएगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में सरकार पोषण सरकार बनाने जा रही है. यह राजधानी में नहीं होगी, बल्कि हर गांव में और वार्ड में होगी. इसमें आंगनबाड़ी के अलावा स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि, स्व सहायता समूह, शौर्य दल, स्कूल प्रबंधन समिति और समाज के प्रमुख लोग शामिल होंगे, जो सरकार द्वारा जारी होने वाली पोषण निधि को सही ढंग से लागू कराने का काम करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए समाज को आगे आना होगा, यह जिम्मेदारी कलेक्टर, विधायक, सांसद और कार्यकर्ताओं को भी उठानी होगी.
अन्नपूर्णा पंचायत बनाई जाएगी
मध्य प्रदेश के हर गांव की आंगनबाड़ी में पोषण मटका रखा जाएगा. जिसमें कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से अनाज, सब्जी या अन्य कोई पोषण आहार की चीज आंगनबाड़ी में दे सकता है. जो आंगनबाड़ी के बच्चों के काम आएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हर रोज 10 से 15 परिवार भी ऐसा करें तो यह मटका भर जाएगा, जो कुपोषित बच्चों के काम आएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह काम वह खुद शुरु करेंगे. सीएम हाउस के नजदीक आंगनबाड़ी में हर हफ्ते सब्जी या फल वह खुद भिजवाएंगे.
आंगनबाड़ी में साप्ताहिक मंगल दिवस मनाए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से अपील की है कि अपने विवाह की वर्षगांठ, जन्मदिन या किसी विशेष स्मृति के मौके पर एक दिन का खाना आंगनबाड़ी के बच्चों को भी खिलाए, अगर समाज इस मुहिम में जुट जाए तो प्रदेश से कुपोषण दूर हो जाएगा.