भोपाल। मंत्रालय में शासकीय कर्मचारी कल्याण संगठन की बैठक आयोजित की गई. बैठक के दौरान कर्मचारी कल्याण के लिए सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों को लेकर भी चर्चा की गई. इस बैठक में मुख्य रूप से सामान्य प्रशासन मंत्री गोविंद सिंह मौजूद रहे.
बैठक के दौरान ये समस्या निकलकर सामने आई थी कि कई शासकीय कर्मचारी सालों से एक ही पद पर कार्यरत हैं, न तो उन कर्मचारियों को पदोन्नति मिल पाई है और न ही उनके पदनाम में किसी तरह का कोई फेरबदल किया गया है. कर्मचारी संगठन भी लगातार पदनाम दिए जाने की मांग कर रहे हैं. इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने अब शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों को उच्च पद नाम देने का फैसला किया है. बैठक में मंत्री गोविन्द सिंह ने निर्देश दिए हैं कि एक पद पर लम्बे समय से सफलतापूर्वक काम कर रहे शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को पात्रतानुसार उच्च पदनाम दिए जाने की कार्रवाई जल्द पूरी की जाए. इसी के साथ निर्माण विभागों में 28 साल की सेवा पूरी कर चुके पात्र उपयंत्रियों को सहायक यंत्री का पदनाम और डिप्लोमा होल्डर कर्मचारियों को प्रभारी उपयंत्री का पदनाम देने की कार्रवाई की जाए.
इसके आगे मंत्री गोविंद सिंह का कहना है कि राज्य सरकार वचन-पत्र में शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों से किए गए वादों को तत्परता से पूरा करने के लिए वचनबद्ध है. साथ ही इस बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे भी इस बैठक में शामिल हुए. अतिरिक्त मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन केके सिंह और जल-संसाधन, लोक निर्माण, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियन्ता उपस्थित थे.