भोपाल। पन्ना जिले की पवई विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता खत्म किए जाने के बाद बीजेपी संगठन नींद से जागा है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बीजेपी के सभी विधायकों को पत्र लिखकर विधायकों से जुड़े आपराधिक मामलों की जानकारी मांगी है. इसके अलावा कांग्रेस सरकार में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर दर्ज हो रहे मुकदमों को लेकर भी जानकारी मांगी गई है.
राज्य के सभी भाजपा विधायकों को लिखे गए पत्र में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि सरकार का 11 महीने का कार्यकाल बीत चुका है. इस अवधि में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है. किसान परेशान है, अतिवृष्टि और बाढ़ से कई जिलों में किसानों की खरीफ की फसलें पूरी तरह चौपट हो गईं.
गोपाल भार्गव ने कहा कि सरकार ने किसानों को मुआवजा नहीं दिया है. कई जिलों में कर्ज से दुखी किसानों ने आत्महत्या कर ली है, लेकिन सरकार ने सुध नहीं ली. रबी फसल की बुआई के लिए किसानों के पास पैसा तक नहीं है. प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है. जन समस्याओं ने विकराल रूप ले लिया है. तबादलों में भारी गड़बड़ी चल रही है. बिजली के बिल आ रहे हैं, ऐसे में जनता की आवाज को विधानसभा में उठाना हमारा कर्तव्य है.
अपने पत्र में गोपाल भार्गव ने दिसंबर माह के विधानसभा सत्र की तैयारियों पर चर्चा करते हुए विशेष रूप से विधायकों का ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा है कि यदि आपके ऊपर भोपाल की स्पेशल कोर्ट में कोई अपराधिक या अन्य प्रकरण विचाराधीन या लंबित है, तो उसकी मौजूदा स्थिति, अगर किसी प्रकरण में अपराध की धाराएं लगी हों तो उसकी जानकारी और एफआईआर की कॉपी भेजने को कहा है. साथ ही कहा कि केस की पैरवी करने वाले अधिवक्ता का नाम और मोबाइल नंबर और प्रकरण से संबंधित दस्तावेज और आवश्यक दस्तावेज की कॉपी 7 दिन के अंदर भेजें.
अपने पत्र में आगे गोपाल भार्गव ने लिखा है कि विभिन्न विभागों और अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को लेकर विधानसभा में तारांकित एवं अतारांकित प्रश्नों को विधान सभा सचिवालय भेजने की तैयारी रखें, ताकि विधानसभा की अधिसूचना जारी होते ही प्रश्न लगाया जा सके. इसके अलावा कानून-व्यवस्था से संबंधित कोई घटना घटित हुई हो, राजनैतिक द्वेष या भेदभावपूर्ण कार्रवाई की गई हो, तो उसकी जानकारी मेरे कार्यालय में भेजें.
नेता प्रतिपक्ष ने पत्र में लिखा है कि स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किए जाने और उन पर झूठे प्रकरण बनाए जाने संबंधी घटना की जानकारी दी जाए.