भोपाल। सोना (Gold) या चांदी (Silver) खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए यह अच्छा मौका है. भारतीय बाजारों में सोने के रेट (Gold Price Today) में लगातार कमी के बाद आज उछाल दर्ज किया गया है. जानें बुधवार, 8 सितंबर को क्या रहा सोने-चांदी के भाव.
शहर | 22 कैरेट 10 ग्राम सोने का भाव | 1 किलो चांदी का भाव |
दिल्ली | 46,540 | 64,600 |
मुंबई | 46,400 | 64,600 |
भोपाल | 45,660 | 69,200 |
सोना-चांदी का ताजा भाव
भारतीय सर्राफा बाजार (Sarafa bazar) में आज 22 कैरेट 10 ग्राम सोने (Gold) की कीमत 46,400 रुपए दर्ज की गई. भोपाल (Bhopal) में 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 47,910 रुपए दर्ज की गई. इंदौर में (Indore) 10 ग्राम सोने की कीमत 45,580 रुपए दर्ज की गई है. इसके अलावा ग्वालियर (Gwalior) में 10 ग्राम सोने की कीमत 47,877 रुपए और जबलपुर (Jabalpur) में 10 ग्राम सोने की कीमत 45,580 रुपए दर्ज की गई है.
कैसे तय होती है सोने की कीमत
ज्यादातर सोने की ज्वैलरी (Jewellery) 22 कैरेट में बनती है. इसी के आधार पर ज्वैलरी की कीमत भी तय होती है. गोल्ड ज्वैलरी (Gold Jewellery) की कीमत सोने की बाजार कीमत के साथ-साथ सोने की शुद्धता, मेकिंग चार्ज, सोने का वजन और जीएसटी (GST) के आधार पर तय होती है. गहने की कीमत = एक ग्राम सोने की कीमत x सोने के गहने का वजन + मेकिंग चार्ज प्रति ग्राम + जीएसटी के आधार पर निकाली जाती है. सोने की ज्वैलरी खरीदने पर इसकी कीमत और मेकिंग चार्ज पर 3 फीसदी का गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) लगता है.
मिस्ड कॉल से जानें भाव
22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी (Gold Jewellery) के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं. कुछ ही देर में एसएमएस (SMS) के जरिए रेट्स मिल जाएंगे. इसके अलावा लगातार अपडेट्स की जानकारी के लिए www.ibja.co पर देख सकते हैं.
येलो गोल्ड की शुद्धता की पहचान ऐसे करें
24 कैरेट सोना (gold) सबसे शुद्ध होता है.आम तौर पर ज्वेलरी बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है. अगर आप 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी लेते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसमें 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेट कोई और मेटल मिक्स किया गया है. ज्वेलरी में शुद्धता को लेकर हॉलमार्क से जुड़े 5 तरह के निशान होते हैं, और ये निशान ज्वेलरी में होते हैं.
हॉलमार्क पर दें ध्यान
गहने खरीदते समय हॉलमार्क (hallmark) का विशेष ध्यान रखें. हॉलमार्किंग से इस बात की गारंटी होती है कि जो सामान दुकानदार ने ग्राहक को बेचा है, वह उतने ही कैरेट का है, जितना आभूषण पर लिखा है. हॉलमार्किंग भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत होती है.